अतुल्य भारत चेतना
शिवशंकर जायसवाल
कटघोरा।
“राष्ट्रीय सेवा योजना” देश के सभी युवाओं को सकारात्मक दिशा देते हुए सर्वांगीण विकास के लिए एक मात्र कारगर संस्था है। जय बूढ़ा देव कला एवं विज्ञान महाविद्यालय कटघोरा के सभी रासेयो स्वयंसेवक और प्राध्यापक अत्यंत ही सक्रियता से राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य कर रहे हैं l जब देशभक्ति और राष्ट्र प्रेम का भाव सभी व्यक्तियों में होगा, तो निश्चित तौर पर हमारा देश विश्व में अग्रणी भूमिका अदा कर सकेगा। राष्ट्र रक्षा के लिए सभी युवाओं को तत्पर रहना चाहिए- उक्त उद्गार महामहिम राष्ट्रपति के हाथों ‘कीर्ति चक्र’ से सम्मानित प्रांतिका भारद्वाज मुख्य अतिथि ने जे.बी.डी. कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्यारेलाल आदिले ने की। अपने उद्बोधन में उन्होने राष्ट्रीय सेवा योजना की उत्पत्ति, उद्देश्य, दर्शन, महत्व एवं भावी संभावनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला, और कहा कि- युवा ही राष्ट्रीय सृजन में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं और इसलिए युवाओं को सही दिशा देना समाज एवं सरकार का प्राथमिक कार्य है। विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे कल्चुरी पब्लिक स्कूल के संचालक एस एस जायसवाल, अतुल्य भारत चेतना के सह संपादक वरिष्ठ पत्रकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की शुरुआत 1969 में की गयी ।इसके पूर्व महात्मा गांधी ने देश के युवाओं के साथ कार्य प्रारंभ किया था। राष्ट्रीय योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के लिए, समाज के बीच में ही रह कर अनुशासन के साथ कार्य करना है। यदि युवा ठान लें तो समाज को ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं, और स्वयं के जीवन को सार्थक बना सकते हैं। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंघिया के रासेयो कार्यक्रम अधिकारी बी.आर.जाटवर ने साहित्य के महत्व पर प्रकाश डाला। इस महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. के.दिवाकर ने समस्त छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ने के फायदे बताए और कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से आप अपने स्वयं के व्यक्तित्व का विकास कर सकते है। राष्ट्रीय सेवा योजना समाज सेवा करने का प्रत्यक्ष माध्यम है जिससे हम सभी देश निर्माण में सहयोग प्रदान कर सकते हैं।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की महिला इकाई की कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर ताहिरा बेगम, प्रो.चंद्रशेखर रात्रे, प्रो.रामगोपाल यादव, विशिष्ट अतिथि कु.अल्का सुमन मिनीमता कालेज कोरबा, रोशन कुमार सुमन, आदर्श बघेल, विक्रम कुर्रे, कु.नाजिनी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि सहित अध्यापकों द्वारा रासेयो के प्रतीक पुरुष विवेकानंद, डॉ.भीमराव अंबेडकर एवं छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित किए। अतिथि स्वागत समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थियों ने किया। स्वागत गीत कविता पटेल, वर्षा नायक ने प्रस्तुत किया। रासेयो लक्ष्य गीत स्नेह लता एवं प्रेरणा गीत विनोद कंवर ने प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कविता पटेल, पूजा, पल्लवी, नीतू, रानी, महिमा मरकाम, नंदनी, उषा देवी, सुमन, नाजिया शेख, कामना जायसवाल, सोनम, सुनैना चौहान ने प्रस्तुति दी। मंच संचालन वरिष्ठ स्वयं सेवक ओमप्रकाश मरावी, सुजाता राज, ज्योति बीयार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को अभिनंदन पत्र, शाॅल, श्रीफल, स्मृतिचिन्ह भेंट कर महाविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो.चंद्रकली अनंत, प्रो.खुशनुमा परवीन, प्रो.निधि जायसवाल, प्रो.जी.लता कंवर, दुर्गेश महिपाल, माधुरी जायसवाल, सुनील, धर्मेंद्र सहित वरिष्ठ स्वयं सेवक निखिल तिवारी, कार्तिक मरकाम कार्यक्रम की व्यवस्था महाविद्यालय कैंपस एंबेसडर रासेयो अजय अहीर सचिव, राजेश दास, महाविद्यालय कार्यकारी अध्यक्ष अखिलेश गुप्ता, लक्ष्मीन कश्यप ने की।
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