अतुल्य भारत चेतना
दिनेश सिंह तरकर
मथुरा। कान्हा की नगरी मथुरा के बाद गांव में स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 167वीं बटालियन मुख्यालय में रक्षाबंधन का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय स्कूली छात्राओं ने बीएसएफ जवानों की कलाई पर राखी बांधकर भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूत किया और देश की रक्षा में समर्पित जवानों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
स्कूली छात्राओं का उत्साह
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्राथमिक विद्यालय बाद और कान्हा माखन पब्लिक स्कूल की छात्राएं बीएसएफ कैंप पहुंचीं। छात्राओं ने बीएसएफ के जवानों और अधिकारियों की कलाई पर राखी बांधी और उनके लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान छात्राओं ने भावुक होते हुए कहा, “हमारे फौजी भाई घर-परिवार से दूर रहकर देश की रक्षा में समर्पित रहते हैं। वे त्योहारों पर अपने घर नहीं पहुंच पाते। इसलिए हमने अपने फौजी भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी बहनों की कमी को पूरा करने का प्रयास किया है।”

छात्राओं ने यह भी कहा कि देश के हर कोने में फौजी भाइयों के लिए उनकी बहनें राखी बांध रही हैं, जो उनके बलिदान और समर्पण के प्रति सम्मान का प्रतीक है। इस आयोजन ने न केवल जवानों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी, बल्कि छात्राओं और बीएसएफ के बीच एक भावनात्मक बंधन को भी मजबूत किया।
बीएसएफ अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर बीएसएफ की 167वीं बटालियन के कई वरिष्ठ अधिकारी और जवान मौजूद रहे। इनमें द्वितीय कमान अधिकारी बिनोट सिंह, डिप्टी कमांडेंट हिमांशु गौरव, डिप्टी कमांडेंट चन्द्रपाल सिंह, डिप्टी कमांडेंट एस.के. शुक्ला, डिप्टी कमांडेंट अजय कुमार शर्मा सहित अन्य बल सदस्य शामिल थे। प्राथमिक विद्यालय बाद की प्रधानाध्यापिका नीरज मथुरिया और दिनेश सिंह तरकर भी इस आयोजन में मुख्य रूप से उपस्थित रहे। डिप्टी कमांडेंट चन्द्रपाल सिंह को राखी बांधते हुए छात्राओं की तस्वीर ने इस पल को और भी यादगार बना दिया।
आयोजन का महत्व
रक्षाबंधन का यह आयोजन बीएसएफ कैंप में एक अनूठा और भावनात्मक क्षण साबित हुआ। स्कूली छात्राओं ने अपने इस कदम से न केवल जवानों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि हमारे सैनिक देश की सीमाओं पर हमारी रक्षा के लिए तैनात हैं, और हमें उनके प्रति अपनी कृतज्ञता और प्रेम व्यक्त करना चाहिए। यह आयोजन सैनिकों और आम नागरिकों के बीच की दूरी को कम करने और रक्षाबंधन के पवित्र बंधन को सामाजिक एकता के रूप में प्रस्तुत करने में सफल रहा।

सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव
इस आयोजन ने मथुरा के बाद गांव और आसपास के क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डाला। स्थानीय समुदाय ने स्कूली छात्राओं और बीएसएफ के इस प्रयास की सराहना की। लोगों ने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल सैनिकों के प्रति सम्मान को दर्शाते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी में देशभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी जागृत करते हैं।
प्रधानाध्यापिका नीरज मथुरिया ने कहा, “हमारी छात्राओं ने इस रक्षाबंधन पर फौजी भाइयों को राखी बांधकर यह दिखाया कि देश की रक्षा करने वाले हमारे सैनिक हमारे सच्चे भाई हैं। यह आयोजन बच्चों में नैतिक और सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देने में भी सहायक रहा।”
मथुरा के बीएसएफ कैंप में आयोजित यह रक्षाबंधन उत्सव सैनिकों और स्कूली छात्राओं के बीच भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का एक सुंदर उदाहरण बन गया। इस आयोजन ने न केवल जवानों के चेहरों पर खुशी लाई, बल्कि समाज में एकता, प्रेम, और देशभक्ति की भावना को भी प्रोत्साहित किया। यह पहल मथुरा के लिए एक प्रेरणादायक क्षण बन गया, जो आने वाले वर्षों में भी याद किया जाएगा।