अतुल्य भारत चेतना
कुलभूषण गोयल
मुंबई/भावाधस। भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (रजि.) भावाधस संगठन ने अपने प्रधान नरेश बौहत की अध्यक्षता में मुंबई में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में सुपरस्टार और प्रसिद्ध समाजसेवी सोनू सूद को उनके द्वारा देशभर में किए जा रहे उल्लेखनीय समाजसेवी कार्यों के लिए स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही, उनकी बहन मालविका सूद सच्चर को भी उनके सामाजिक कार्यों के लिए सरोपा और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सोनू सूद की समाजसेवा को सम्मान
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस के प्रधान नरेश बौहत ने बताया कि सोनू सूद एक नेकदिल इंसान और समर्पित समाजसेवी हैं, जो हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा, “सोनू सूद की अच्छी सोच और समाजसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए हमने उन्हें मुंबई में सम्मानित करने का निर्णय लिया। मोगा शहर की शान सोनू सूद न केवल एक सुपरस्टार हैं, बल्कि हजारों लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण भी हैं।” नरेश बौहत ने आगे कहा कि सोनू सूद हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे रहते हैं, और उनकी यह सेवा भावना समाज के लिए प्रेरणादायक है।
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मालविका सूद सच्चर का योगदान
सम्मान समारोह में नरेश बौहत ने सोनू सूद की बहन मालविका सूद सच्चर की भी प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि मालविका सूद भी समाजसेवा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं। चाहे कोई भी व्यक्ति उनके पास मदद के लिए जाए, मालविका सूद हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास करती हैं। उनकी इस निस्वार्थ सेवा को मान्यता देते हुए भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज ने उन्हें भी सरोपा और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
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सम्मान समारोह का आयोजन
मुंबई में आयोजित इस सम्मान समारोह में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस के सदस्यों ने सोनू सूद और मालविका सूद को सरोपा पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर सोनू सूद ने संगठन और नरेश बौहत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं और मेरी बहन मालविका समाज की सेवा करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेंगे। लोगों की मदद करना हमारा कर्तव्य है, और हम इसे आगे भी जारी रखेंगे।” मालविका सूद ने भी इस सम्मान के लिए संगठन का धन्यवाद किया और समाजसेवा में अपनी भागीदारी को और बढ़ाने का वचन दिया।
सोनू सूद की समाजसेवा की पहचान
सोनू सूद ने कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी समाजसेवा से देशभर में एक विशेष पहचान बनाई। उनकी ‘सूद चैरिटी फाउंडेशन’ के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार जैसे क्षेत्रों में जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने तक, सोनू सूद ने अपने कार्यों से लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। उनकी बहन मालविका सूद सच्चर भी इस फाउंडेशन के माध्यम से सामाजिक कार्यों में सक्रिय रूप से योगदान दे रही हैं।
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सामाजिक प्रभाव और प्रेरणा
इस सम्मान समारोह ने न केवल सोनू सूद और मालविका सूद के कार्यों को मान्यता दी, बल्कि समाज में निस्वार्थ सेवा और मानवता की भावना को भी प्रोत्साहित किया। नरेश बौहत ने कहा कि सोनू सूद और मालविका सूद जैसे लोग समाज के लिए एक मिसाल हैं, जो दूसरों को भी जरूरतमंदों की मदद के लिए प्रेरित करते हैं। इस आयोजन ने भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस की सामाजिक जिम्मेदारी और एकता को भी दर्शाया।
समुदाय की प्रतिक्रिया
सोनू सूद और मालविका सूद को मिले इस सम्मान से भावाधस और मोगा शहर में खुशी की लहर छा गई है। स्थानीय समुदाय ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह सम्मान समाजसेवा के प्रति समर्पित लोगों को प्रोत्साहित करने का एक शानदार प्रयास है। कई लोगों ने सोनू सूद को ‘मसीहा’ और ‘कल्युग का करण’ जैसे विशेषणों से नवाजा, जो उनकी समाजसेवा की व्यापकता को दर्शाता है।
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भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस द्वारा आयोजित यह सम्मान समारोह न केवल सोनू सूद और मालविका सूद की समाजसेवा को सम्मानित करने का एक अवसर था, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और मानवता की सेवा के महत्व को भी रेखांकित करता है। यह आयोजन सामाजिक एकता और निस्वार्थ सेवा की भावना को प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।