अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना/शामली। कैराना में 26 जून 2025 को एक मासूम युवती के साथ हुई अपहरण और छेड़छाड़ की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। इस जघन्य अपराध ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया, लेकिन कैराना पुलिस की त्वरित, निष्पक्ष, और साहसिक कार्रवाई ने न केवल पीड़िता को न्याय की राह पर ले जाया, बल्कि समाज में कानून के प्रति विश्वास और सम्मान को पुनः स्थापित किया। मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इस कार्रवाई में पुलिस ने संवेदनशीलता और तत्परता का जो परिचय दिया, वह वास्तव में प्रशंसनीय है।
पुलिस की त्वरित और साहसिक कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही कैराना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप मुख्य आरोपी के साथ मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में मुख्य आरोपी घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अन्य आरोपियों को भी शीघ्रता से हिरासत में लिया गया और न्यायिक प्रक्रिया के तहत जेल भेजा गया। इस कार्रवाई में पुलिस ने जिस साहस, अनुशासन, और पेशेवर दृष्टिकोण का प्रदर्शन किया, उसने न केवल अपराधियों में कानून का भय स्थापित किया, बल्कि स्थानीय समुदाय में पुलिस के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया।
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अधिकारियों की अहम भूमिका
इस अभियान की सफलता में कई पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक (शामली) रामसेवक गौतम ने अपने नेतृत्व में पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखी और प्रभावी दिशा-निर्देश दिए। क्षेत्राधिकारी (कैराना) श्याम सिंह की रणनीतिक समझ और अनुभव ने पुलिस टीम को त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए प्रेरित किया। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कैराना धर्मेंद्र सिंह ने अपनी टीम को सतर्कता और दृढ़ निश्चय के साथ नेतृत्व प्रदान किया। वहीं, चौकी प्रभारी किला गेट विनोद कुमार माधव और उनकी टीम ने क्षेत्र में लगातार गश्त और घेराबंदी के माध्यम से अपराधियों को पकड़ने में अहम योगदान दिया। इन सभी अधिकारियों और उनकी समर्पित टीम ने जो साहस और कर्तव्यनिष्ठा दिखाई, वह उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए एक आदर्श उदाहरण है।
मुख्यमंत्री को ज्ञापन: ‘एंटी रोमियो टीम’ की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय नागरिक गुलवेज़ आलम, पुत्र स्व. मुहम्मद सलीम, निवासी मोहल्ला आलकला, मायापुर रोड, कैराना ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने कैराना पुलिस की त्वरित और साहसिक कार्रवाई की सराहना की और पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम, क्षेत्राधिकारी श्याम सिंह, प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह, और चौकी प्रभारी विनोद कुमार माधव को राज्य स्तर पर सम्मानित करने की मांग की। गुलवेज़ आलम ने कहा कि इन अधिकारियों को पुरस्कृत करने से न केवल उनकी मेहनत को मान्यता मिलेगी, बल्कि अन्य पुलिस कर्मियों को भी प्रेरणा प्राप्त होगी।
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इसके साथ ही, गुलवेज़ आलम ने कैराना और आसपास के क्षेत्रों में ‘एंटी रोमियो टीम’ के गठन की मांग की। उन्होंने सुझाव दिया कि यह टीम स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों, बाजारों, और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नियमित गश्त करे ताकि महिलाएँ और युवतियाँ सुरक्षित माहौल में रह सकें। उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि इस टीम में महिला पुलिसकर्मियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि महिलाएँ बिना किसी हिचक के अपनी शिकायतें दर्ज करा सकें और पुलिस से सीधा संवाद स्थापित कर सकें। इस मांग को गैर-राजनीतिक और जनहित से प्रेरित बताते हुए गुलवेज़ आलम ने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल यह है कि हमारी बहन-बेटियाँ भयमुक्त होकर अपने सपनों को साकार कर सकें।”
सामुदायिक प्रतिक्रिया और प्रभाव
गुलवेज़ आलम के इस ज्ञापन और उनकी मांग का स्थानीय समुदाय ने व्यापक समर्थन किया है। लोगों ने इसे एक जागरूक और जिम्मेदार नागरिक की पहल करार दिया है। कैराना की जनता ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और इसे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। ‘एंटी रोमियो टीम’ की मांग को भी लोगों ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक आवश्यक कदम माना। स्थानीय निवासियों ने आशा व्यक्त की कि प्रदेश सरकार इस मांग पर गंभीरता से विचार करेगी और इन जांबाज पुलिस अधिकारियों को उनके साहस और समर्पण के लिए सम्मानित करेगी।
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भविष्य की अपेक्षाएँ
कैराना पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल अपराधियों में कानून का भय पैदा किया है, बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया है कि पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए हर पल तैयार है। ‘एंटी रोमियो टीम’ के गठन की मांग यदि लागू होती है, तो यह कैराना और आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करेगा। साथ ही, पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करने की मांग से पुलिस बल में उत्साह और प्रेरणा का संचार होगा।
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कैराना में हुई इस घटना और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कानून और व्यवस्था के प्रति समर्पण और संवेदनशीलता से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। अब सभी की निगाहें प्रदेश सरकार पर टिकी हैं कि वह गुलवेज़ आलम की मांगों पर क्या कदम उठाती है और क्या इन नन्हीं बेटियों की ढाल बने पुलिस अधिकारियों को वह सम्मान मिलेगा, जिसके वे हकदार हैं।