Breaking
Fri. Jun 27th, 2025

Rupaidiha news; अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर रुपईडीहा में गोष्ठी का आयोजन

Spread the love

अतुल्य भारत चेतना
रईस

रुपईडीहा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर 20 जून 2025 को भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (LPAI) ने इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) रुपईडीहा के कांफ्रेंस हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया। इस गोष्ठी में भारत और नेपाल से आए योग विशेषज्ञों, अधिकारियों, पत्रकारों, और समाजसेवियों ने भाग लिया। सेमिनार में योग के महत्व, इसके शारीरिक और मानसिक लाभों, और वैश्विक स्तर पर इसकी प्रासंगिकता पर विचार-विमर्श किया गया।

योग विशेषज्ञों के विचार

गोष्ठी में योगाचार्य और आयुर्वेदाचार्य डॉ. सदानंद शर्मा ने योग और ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नियमित योग अभ्यास से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक शांति और एकाग्रता भी बढ़ती है। नेपाल से पधारे डॉ. कृष्णा पांडे ने योगासनों के शरीर पर सकारात्मक प्रभावों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि योग न केवल रोगों से बचाव करता है, बल्कि जीवनशैली को संतुलित करने में भी सहायक है।

इसे भी पढ़ें : बाबा नीम करोरी कैंची धाम का माहात्म्य तथा बाबा नीम करोरी कैंची धाम पहुंचने के माध्यम से जुड़ी पूरी जानकारी

गणमान्य व्यक्तियों का संबोधन

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदर्श नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर वैश्य ने अपने संबोधन में पतंजलि संस्था की सराहना की, जिसने योग को वैश्विक स्तर पर नई दिशा और दशा प्रदान की। उन्होंने कहा कि पतंजलि के प्रयासों ने योग को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। LPAI के मैनेजर सुधीर शर्मा, जो इस गोष्ठी के संयोजक भी थे, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की, जिनके प्रयासों से योग को वैश्विक मंच पर पहचान मिली। उन्होंने कहा कि 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा भारत के लिए गर्व का क्षण था।

इसे भी पढ़ें : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (NID) के बारे में विस्तृत जानकारी

अन्य वक्ताओं में कस्टम सुपरिटेंडेंट डॉ. प्रदीप कुमार, राजीव पाण्डेय, सशस्त्र सीमा बल (SSB) के सहायक सेनानायक शिवम, नेपाल के सरदार अमरीक सिंह, पत्रकार मनीराम शर्मा, और रुपईडीहा पत्रकार संघ के अध्यक्ष संजय वर्मा ने भी अपने विचार रखे। सभी ने योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाने और इसे दैनिक जीवन में शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया।

टी-शर्ट का लोकार्पण

गोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि डॉ. उमाशंकर वैश्य ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए विशेष रूप से तैयार की गई टी-शर्ट का लोकार्पण किया। जैसे ही लोकार्पण हुआ, पूरा हॉल करतल ध्वनि से गूंज उठा। यह टी-शर्ट योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इस आयोजन को यादगार बनाने का प्रतीक बनी।

इसे भी पढ़ें : कॉस्मेटोलॉजी (Cosmetology) में कॅरियर और इससे जुड़े संस्थानों की पूरी जानकारी

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति और सहयोगी

इस सेमिनार में भारत और नेपाल के विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि शामिल थे, जिनमें नेपाल के फूड क्वॉरेंटाइन, कस्टम, और भारत के कस्टम, इमीग्रेशन, प्लांट क्वॉरेंटाइन, और SSB के अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा, पत्रकारों और समाजसेवियों ने भी सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम के सफल आयोजन में राम निरंजन, पुष्कर राय, अरुण्य रमण, देवांश सिंह, और ओमपाल सिंह का विशेष सहयोग रहा।

सामुदायिक और अंतरराष्ट्रीय महत्व

यह गोष्ठी भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रुपईडीहा में दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामुदायिक एकता को दर्शाती है। योग, जो भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, को वैश्विक मंच पर ले जाने में भारत की भूमिका की सराहना इस आयोजन में स्पष्ट रूप से देखी गई। सेमिनार ने न केवल योग के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि भारत और नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को भी मजबूत किया।

इसे भी पढ़ें : भारत में स्थित 10 प्रमुख क्रिकेट स्टेडियम के नाम तथा उनकी लोकेशन एवं विशेषता के बारे में विस्तृत जानकारी

रुपईडीहा में आयोजित यह गोष्ठी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर एक महत्वपूर्ण आयोजन रहा। लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के इस प्रयास ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए स्थानीय समुदाय और सीमा पार के लोगों को एक मंच पर लाया। यह आयोजन न केवल योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि सामुदायिक एकजुटता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का भी प्रतीक बना।

Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text