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Chattisgarh news; संस्कार भारती बिलासपुर जिला इकाई की 51वीं मासिक बैठक रतनपुर में संपन्न

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अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप

रतनपुर/छत्तीसगढ़। कला और साहित्य के लिए समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कारभारती की बिलासपुर जिला इकाई की 51वीं मासिक बैठक 15 जून 2025 को रतनपुर के सिद्धिविनायक मंदिर में संपन्न हुई। इस बैठक में संगठन की नई कार्यकारिणी की घोषणा, नीति परिवर्तन, और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

बैठक का प्रारंभ

बैठक की शुरुआत संस्कार भारती के सामूहिक ध्येयगीत के गायन से हुई। जिला महामंत्री बालमुकुंद श्रीवास ने उपस्थित सदस्यों और पदाधिकारियों का परिचय कराया। इसके पश्चात अखिल भारतीय स्तर पर संगठन की रीति-नीति में हुए परिवर्तनों की जानकारी दी गई।

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नई कार्यकारिणी और दायित्व

  • नवीन कार्यकारिणी (सत्र 2025-26) की घोषणा की गई।
  • श्री गजानन वासुदेव फड़के को जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा:”हम पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ दायित्व का निर्वहन करेंगे। युवाओं को जोड़कर संस्कार भारती के उद्देश्यों को आगे बढ़ाएंगे।”
  • कार्यकारी अध्यक्ष शुकदेव कश्यप ने कला और संस्कृति के संरक्षण के लिए सुनियोजित कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।
  • बलराम पाण्डेय को जिला कला धरोहर प्रमुख का दायित्व सौंपा गया।

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उद्देश्य और चर्चा

  • प्रांतीय प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने साहित्य के माध्यम से संस्कृति की रक्षा और लुप्त हो रही लोककलाओं के पुनर्जनन पर जोर दिया।
  • बलराम पाण्डेय, राजेश सोनार, और डॉ. राजेन्द्र वर्मा ने भी बैठक को संबोधित किया, जिसमें संस्कार भारती के सांस्कृतिक और सामाजिक लक्ष्यों पर प्रकाश डाला गया।

प्रमुख चर्चा बिंदु

  1. कला धरोहर संरक्षण: बलराम पाण्डेय के मार्गदर्शन में रतनपुर और आसपास के पुरातात्विक धरोहरों को संरक्षित करने और इनसे संबंधित साहित्य को पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रयास।
  2. कला कुंज पत्रिका: अशोक शर्मा ने सभी से पत्रिका की सदस्यता लेने और आलेख भेजने का आग्रह किया। साथ ही, पर्यटन और संस्कृति विभाग के सहयोग से रतनपुर की आवश्यकताओं को उठाने के लिए शीघ्र एक बैठक आयोजित करने की योजना बनाई गई।
  3. युवाओं को जोड़ना: राजेशसोनार ने स्कूल-कॉलेजों के माध्यम से बच्चों को साहित्य से जोड़ने का सुझाव दिया।
  4. दिग्भ्रमित युवाओं का समावेश: डॉ. राजेन्द्र वर्मा ने उन युवाओं को आयोजनों में शामिल करने की बात कही जो अपनी सांस्कृतिक जड़ों से भटक गए हैं।

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समापन

बैठक का संचालन बालमुकुंदश्रीवास ने किया। समापन पूर्ण वंदेमातरमगीत के गायन के साथ हुआ। इसके बाद सभी सदस्यों ने मंदिर में भोजन प्रसाद ग्रहण किया।

प्रमुख उपस्थित सदस्य

जिला अध्यक्ष: गजानन वासुदेव फड़के

कार्यकारी अध्यक्ष: शुकदेव कश्यप

प्रांतीय प्रतिनिधि: शोक शर्मा

जिला कला धरोहर प्रमुख: बलराम पाण्डेय

जिला कोष प्रमुख: भूवनेश्वर चंद्राकर

जिला सह महामंत्री: मुकेश श्रीवास्तव

जिला महामंत्री: बालमुकुंद श्रीवास

पूर्व जिला अध्यक्ष: राजेश सोनार

सदस्य: डॉ. राजेन्द्र कुमार वर्मा, राजेन्द्र प्रसाद दूबे, रामेश्वर शांडिल्य, रोशन कुमार दूबे, प्रमोद कश्यप, पं. उमेश तिवारी

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संस्कार भारती की यह बैठक छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और युवाओं को साहित्य व कला से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थी। नई कार्यकारिणी और ठोस योजनाओं के साथ संगठन अपने उद्देश्यों को और सशक्त रूप से आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।

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