अतुल्य भारत चेतना
डॉ. मीरा पराड़कर
छिंदवाड़ा। आज विश्व रक्तदाता दिवस है, और इस दिन को मनाने का उद्देश्य केवल खुशी का इजहार करना कतई नहीं है। इसका सीधा मकसद दुनिया भर के लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना है। यह दिन हमें उन निस्वार्थ रक्तदाताओं को सम्मानित करने का अवसर देता है, जो बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की जान बचाते हैं, साथ ही रक्तदान से जुड़े मिथकों को दूर करने का भी मौका प्रदान करता है।

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रक्तदान के मिथक और सच्चाई
रक्तदान को लेकर समाज में कई भ्रांतियाँ मौजूद हैं। बहुत से लोग मानते हैं कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है और दान किया गया खून दोबारा नहीं बनता। यह धारणा पूरी तरह गलत है। वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार, शरीर 24 घंटे के भीतर दान किए गए रक्त की मात्रा को पुनर्जनन कर लेता है। इसके अलावा, हाल ही में प्रकाशित एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि नियमित रक्तदान करने वालों में हार्ट अटैक की संभावना 80 प्रतिशत तक कम हो जाती है। यह साबित करता है कि रक्तदान न केवल दूसरों के लिए बल्कि स्वयं दानकर्ता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

रक्तदाता: “इंसानी भगवान”
हमारे समाज में डॉक्टरों को “दूसरे भगवान” का दर्जा दिया जाता है, लेकिन रक्तदाताओं को भी इस श्रेणी में शामिल करना चाहिए। ये रक्त दानवीर अपना खून दान करते समय किसी भी प्रकार का स्वार्थ नहीं रखते। इतना ही नहीं, कई बार ये लोग अपने खर्चे पर, अपना काम-धंधा छोड़कर जरूरतमंदों के लिए रक्तदान की व्यवस्था करते हैं। इनमें जाति, धर्म या समुदाय का कोई भेदभाव नहीं होता; ये केवल इंसानियत को तरजीह देते हैं और अपनी कोशिशों से अनगिनत जिंदगियों को बचाते हैं। ऐसे रक्तदाता पूजनीय कहलाने के योग्य हैं।

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विशिष्ट योगदान: व्यक्तियों और संगठनों की भूमिका
इस वर्ष विश्व रक्तदाता दिवस पर संकल्प वेलफेयर सोसाइटी ने एक विशेष आयोजन किया, जिसमें कई व्यक्तियों और संगठनों ने उल्लेखनीय योगदान दिया। इस अभियान में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मीरा पराड़कर, अर्चना माहोरे, सचिव अलका नीरज शुक्ला, मध्यप्रदेश उपाध्यक्ष कविता सरसवार, जिला अध्यक्ष राजेश खंडूजा, करुणेश पाल, इंद्रा तिवारी, हिमांशु पाल, संस्था के संस्थापक सुजीत ठाकुर, और आराधना शुक्ला ने रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने और लोगों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके साथ ही, जिला अस्पताल की टीम और ब्लड बैंक ने भी इस नेक कार्य में बढ़-चढ़कर सहयोग किया। इनके प्रयासों से हजारों लोगों की जान बचाई गई है, और यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।
रक्तदान के लिए आह्वान
रक्तदान एक ऐसा महान कार्य है, जो सीधे तौर पर जीवन रक्षा से जुड़ा है। यह न केवल समाज के लिए एक अनमोल योगदान है, बल्कि दानकर्ता के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। इस विश्व रक्तदाता दिवस पर, हम सभी से अपील करते हैं कि वे इस पुण्य कार्य में हिस्सा लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें।

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“रक्तदान महादान है” – इस संदेश को अपनाकर आइए हम सब मिलकर एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज का निर्माण करें। सभी रक्तदाताओं और उनकी टीम को इस सेवाभावी कार्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएँ!