अतुल्य भारत चेतना
डॉ. मीरा पराड़कर
छिंदवाड़ा। राष्ट्र की सेवा के लिए संकल्पित और सेवा भावी संस्था राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के माध्यम से विद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र समाज में रचनात्मक कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में, गत दिवस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, छिंदवाड़ा में जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. हरिशंकर सिंह कंसाना का आगमन हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. बाय के शर्मा ने बुके देकर डाॅ. कंसाना का आत्मीय स्वागत किया।
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स्वागत और परिचय
डाॅ. कंसाना का स्वागत राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी एवं राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षाविद विनोद तिवारी, डाॅ. मनोज माहोरे, डाॅ. रूपेश कपाले सहित अन्य प्रोफेसरों और जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक अखिलेश जैन ने भी पुष्प माला और बुके देकर किया। यह आयोजन छिंदवाड़ा के एनएसएस स्वयंसेवकों के लिए एक प्रेरणादायक क्षण बन गया।

एनएसएस की भूमिका पर चर्चा
बैठक में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों के सेवा भावी कार्यों पर विस्तृत चर्चा हुई। डाॅ. कंसाना ने कहा, “राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए एकमात्र ऐसा मंच है, जिसके माध्यम से सच्चा और अच्छा देशभक्त एवं सेवा भावी कर्मयोगी तैयार होता है।” उन्होंने डाॅ. एस.एन. सुब्बाराव के चंबल क्षेत्र में डकैतों को सुधारने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्हें लाखों युवाओं के लिए मार्गदर्शक महामानव बताया। डाॅ. कंसाना ने छिंदवाड़ा की एनएसएस इकाइयों के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
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प्रेरणादायक विचार
प्राचार्य डाॅ. बाय के शर्मा ने कहा, “आज आपके छिंदवाड़ा आने और आपके मार्गदर्शन से पुनः नई ऊर्जा के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई कार्य करेगी। आपने जो जोश भरा है, वह निश्चित रूप से सकारात्मक कार्यों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।” वहीं, विनोद तिवारी ने बताया, “जिले में अनेक ऊर्जावान कार्यक्रम अधिकारियों के मार्गदर्शन में ‘जय जगत, जय जगत’ की भावना से कार्य हो रहा है। इससे स्कूली एवं महाविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवक नेतृत्व के गुण सीख रहे हैं और समाजसेवी कार्यों से अपना व्यक्तित्व निखार रहे हैं।” उन्होंने डाॅ. कंसाना को जिले की एनएसएस गतिविधियों से अवगत कराया।

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समापन और प्रभाव
कार्यक्रम के अंत में डाॅ. मनोज माहोरे ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। डाॅ. कंसाना का यह दौरा छिंदवाड़ा के छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना। उनकी उपस्थिति और मार्गदर्शन ने एनएसएस इकाइयों को समाज के लिए और अधिक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया है। यह आयोजन न केवल एनएसएस के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि युवाओं में नेतृत्व और सेवा भावना को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा।