अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। स्व. दुर्गा प्रसाद सेन स्मृति न्यास एवं सेन समाज, विदिशा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “प्रतिभा सम्मान समारोह – 2025” में इस वर्ष कक्षा 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। यह भव्य आयोजन रवींद्रनाथ टैगोर भवन ऑडिटोरियम, विदिशा में संपन्न हुआ, जिसमें मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से आए छात्र-छात्राएं, समाजसेवी, और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
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मुख्य अतिथि और विशिष्ट जनों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग, भारत सरकार के सदस्य भुवन भूषण कमल जी थे। समारोह की अध्यक्षता पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रकाश जांगरे (से.नि.), IAS ने की। विशिष्ट अतिथियों में अशोक कुमार से, ब्रजेश वर्मा, और शिप्रा सेन ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई।
प्रतिभा का सम्मान – समाज की प्रेरणा
कार्यक्रम के संयोजक कमलेश सेन ने बताया कि इस समारोह का उद्देश्य मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करना था। सम्मानित व्यक्तियों में शामिल रहे:
- कटनी की सर्पमित्र कु. अमिता श्रीवास, जिन्होंने साहस और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया।
- जबलपुर के ‘माउंटेन मैन’ अंकित सेन, जिन्होंने चार महाद्वीपों पर भारत का ध्वज फहराकर देश का नाम रोशन किया।
“खुला मंच” और शपथ कार्यक्रम
विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर देने के लिए “खुला मंच” का आयोजन किया गया, जिसके लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 5 जून थी। इस मंच पर छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता, वक्तृत्व कला, और विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त, कक्षा 10वीं तक के छात्रों को सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने की शपथ दिलाई गई, ताकि वे अपने अध्ययन और व्यक्तित्व विकास पर अधिक ध्यान दे सकें।
श्रद्धांजलि और भावनात्मक उद्बोधन
हाल ही में घटित अहमदाबाद विमान हादसे में दिवंगत यात्रियों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। संयोजक कमलेश सेन ने अपने भावनात्मक उद्बोधन में कहा: “जीवन के प्रारब्ध कई थे, सहज स्वर्ग उपलब्ध कई थे, किंतु चुनी मैंने विपदाएं, खुद अपना अपकर्ष चुना है, हां, मैं संघर्ष चुना है.” उन्होंने यह पंक्तियाँ विद्यार्थियों और अभिभावकों के श्रम, तपस्या, और त्याग को समर्पित करते हुए उनकी सफलता की सराहना की।
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आयोजन समिति और विशिष्ट अतिथियों का योगदान
समारोह की गरिमा बढ़ाने वाले विशिष्ट अतिथि: गिरधारी लाल (गुना),राजेन्द्र सेन ‘रज्जू भैया’ (बीना),लक्ष्मीनारायण सेन, नरेश सेन, दर्शन सेन (भोपाल), कार्तिक सेन (आगासौद)
आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने वाली समिति के सदस्य:
रितेश सेन, सौरव सराठे, चेतन सेन, मनीष सेन, जीवन सेन, रघुवीर सेन, सुनील सेन, अजय सेन, सचिन सेन, अरविंद सेन, उमेद बाबू सेन, राहुल सेन, सोनू सेन, बलराम सेन, माखन सेन, दीपक सेन, अनिकेत सेन, सुनील श्रीवास, रमेश सेन, आकाश सेन, सत्यम सेन, राकेश सेन, दशरथ सेन, देवाशीष सेन, बलराम सेन आदि। विशिष्ट अतिथियों को प्रेम सिंह सेन एवं उनकी टीम द्वारा स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
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समापन और आभार
समापन के अवसर पर कमलेश सेन ने कहा: “यह आयोजन केवल पुरस्कार वितरण नहीं, बल्कि समाज को शिक्षा, सेवा, और प्रेरणा के मूल्यों से जोड़ने का एक पुनीत प्रयास है।”उन्होंने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों, अभिभावकों, और आयोजन समिति के सदस्यों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया। यह समारोह विदिशा के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण रहा, जो भविष्य में भी प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।