अतुल्य भारत चेतना
रईस
बाबागंज/बहराइच। रूपईडीहा पुलिस ने पॉक्सो न्यायालय, बहराइच में विचाराधीन एक मुकदमे में जारी गैर जमानती वारंट के तहत दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। थाना प्रभारी निरीक्षक दद्दन सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों को हिरासत में लिया और न्यायालय के समक्ष पेश किया। यह कार्रवाई क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और न्यायिक प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसे भी पढ़ें : Loan DSA के रूप में करें कॅरियर की शुरुआत, कमाएं ₹1 लाख तक प्रतिमाह
गिरफ्तारी का विवरण
प्रभारी निरीक्षक दद्दन सिंह ने बताया कि पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस) न्यायालय, बहराइच में चल रहे एक मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। इस वारंट के अनुपालन में पुलिस ने दो अभियुक्तों, तराम (58 वर्ष) और झब्बर (51 वर्ष), दोनों पुत्रगण बनवारी लाल, निवासी कोडरी निधिनागर, सनकल्पा, थाना रूपईडीहा, को गिरफ्तार किया। दोनों अभियुक्तों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इसे भी पढ़ें : शेयर ट्रेडिंग (share trading) कैसे करें? सभी खास जानकारी!
पुलिस की कार्रवाई
रूपईडीहा पुलिस ने न्यायालय के आदेश का सख्ती से पालन करते हुए अभियुक्तों की तलाश तेज की थी। गुप्त सूचना और स्थानीय स्तर पर की गई जांच के आधार पर पुलिस ने दोनों वारंटी अभियुक्तों को हिरासत में लिया। प्रभारी निरीक्षक दद्दन सिंह ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया और अभियुक्तों को बिना किसी विलंब के न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि न्यायालय के आदेशों का तत्काल अनुपालन हो और अपराधियों को कानून के दायरे में लाया जाए। यह कार्रवाई क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने और जनता में विश्वास बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।”
पॉक्सो अधिनियम और मामले की गंभीरता
पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज मामले बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों से संबंधित हैं, जो अत्यंत गंभीर प्रकृति के होते हैं। इस मामले में दोनों अभियुक्तों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होना दर्शाता है कि मामला संवेदनशील है और न्यायिक प्रक्रिया में उनकी उपस्थिति अनिवार्य थी। पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि ऐसे अपराधों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
इसे भी पढ़ें : Loan DSA के रूप में करें कॅरियर की शुरुआत, कमाएं ₹1 लाख तक प्रतिमाह
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। एक निवासी ने कहा, “पॉक्सो जैसे गंभीर मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई से समाज में अपराध के खिलाफ डर पैदा होता है। यह बच्चों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है।” कई लोगों ने रूपईडीहा पुलिस की सक्रियता और प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाइयां क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूत करती हैं।
पुलिस की आगे की रणनीति
प्रभारी निरीक्षक दद्दन सिंह ने बताया कि रूपईडीहा थाना क्षेत्र में अन्य लंबित वारंटों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है। पुलिस नियमित रूप से गश्ती बढ़ाने, संदिग्धों की निगरानी करने, और जनता से सहयोग मांगने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अपराध की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इसे भी पढ़ें : शेयर ट्रेडिंग (share trading) कैसे करें? सभी खास जानकारी!
कानूनी प्रक्रिया
भारतीय दंड संहिता और पॉक्सो अधिनियम के तहत गैर जमानती वारंट का मतलब है कि अभियुक्त को बेल मिलना मुश्किल होता है, और उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश होना अनिवार्य होता है। दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के बाद अब मामले की सुनवाई पॉक्सो न्यायालय, बहराइच में आगे बढ़ेगी, जहां अभियुक्तों के खिलाफ दर्ज आरोपों पर विचार किया जाएगा।
सामाजिक प्रभाव
यह गिरफ्तारी न केवल कानूनी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। बच्चों के खिलाफ अपराधों के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ रही है, और पुलिस की सक्रियता से लोगों में यह विश्वास जगा है कि अपराधी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते।
रूपईडीहा पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह घटना बहराइच जिले में पुलिस की जवाबदेही और प्रतिबद्धता को दर्शाती है, और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक सकारात्मक कदम है।