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रईस
रूपईडीहा/बहराइच। नगर पंचायत रूपईडीहा में इन दिनों विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। भीषण गर्मी के बीच बिजली की अनियमित आवाजाही और बार-बार की कटौती ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रखा है। दिन हो या रात, बिजली की आंख-मिचौली से उपभोक्ता परेशान हैं, जिससे घरेलू कार्य, व्यापार, और स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प हो रही हैं। स्थानीय निवासियों ने विद्युत विभाग और जिला प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपील की है।
बिजली कटौती का हाल: दिन-रात परेशानी
पिछले एक सप्ताह से रूपईडीहा में बिजली की स्थिति बद से बदतर हो गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, बिजली दो घंटे में दर्जनों बार आती-जाती है और कई बार तो आधे घंटे भी नहीं रुकती। 24 घंटे में 8 से 10 घंटे तक की कटौती हो रही है, जिससे उपभोक्ता गर्मी में बेहाल हैं। रात में भी अचानक होने वाली कटौती से बच्चों, बुजुर्गों, और मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
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नगरवासियों ने बताया कि विद्युत विभाग द्वारा दी गई समय-सारिणी का कोई पालन नहीं हो रहा है। बिजली कब आएगी और कब जाएगी, इसका कोई निश्चित समय नहीं है, जिससे परेशानी और बढ़ जाती है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “बिजली की यह अनियमितता गर्मी में और असहनीय हो गई है। हमारी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।”
व्यापार और पढ़ाई पर असर
बिजली की अनियमित आपूर्ति का सबसे ज्यादा असर व्यापारियों और विद्यार्थियों पर पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि बिजली न होने से दुकानों में पंखे, कूलर, और अन्य उपकरण बंद हो जाते हैं, जिससे ग्राहक परेशान होकर लौट जाते हैं। एक दुकानदार ने बताया, “गर्मी में बिना बिजली के ग्राहक दुकान में रुकते ही नहीं। इससे हमारा व्यापार चौपट हो रहा है।”
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विद्यार्थियों की पढ़ाई भी इस समस्या से बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ऑनलाइन कक्षाएं और अन्य शैक्षिक गतिविधियां बिजली के अभाव में ठप पड़ रही हैं। एक छात्र ने कहा, “रात में पढ़ाई के लिए बिजली का होना जरूरी है, लेकिन बार-बार कटौती से पढ़ाई में बहुत बाधा आ रही है।”
स्वास्थ्य और दैनिक जीवन पर प्रभाव
गर्मी के इस मौसम में बिजली कटौती ने बच्चों, बुजुर्गों, और मरीजों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बिना पंखे और कूलर के गर्मी असहनीय हो रही है, जिससे कई लोगों की तबीयत खराब हो रही है। अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में भी बिजली की कमी से मरीजों को उचित उपचार में दिक्कत हो रही है। इसके अलावा, बिजली न होने से पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है, क्योंकि नलकूप और पानी की टंकियां बिजली पर निर्भर हैं।
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विद्युत विभाग की लापरवाही
स्थानीय लोगों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि शिकायत करने पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। एक निवासी ने बताया, “हमने कई बार विद्युत विभाग को फोन किया, लेकिन या तो फोन नहीं उठाया जाता, या फिर बहाने बनाए जाते हैं।” कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बिजली उपकेंद्र पर उपकरण पुराने और ओवरलोडेड हैं, जिसके कारण बार-बार ट्रिपिंग और कटौती हो रही है।
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स्थायी समाधान की मांग
नगरवासियों ने विद्युत विभाग और जिला प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपील की है। उन्होंने मांग की है कि बिजली उपकेंद्रों पर नए ट्रांसफॉर्मर और आधुनिक उपकरण लगाए जाएं, ताकि ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिल सके। इसके अलावा, बिजली आपूर्ति के लिए एक निश्चित समय-सारिणी बनाई जाए और उसका कड़ाई से पालन किया जाए। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “हर साल गर्मी में यही समस्या होती है, लेकिन विद्युत विभाग कोई स्थायी उपाय नहीं करता। अब समय है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले और रूपईडीहा के लोगों को राहत प्रदान करे।”
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प्रशासन और विद्युत विभाग की जिम्मेदारी
रूपईडीहा में बिजली की अनियमित आपूर्ति ने न केवल आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि यह विद्युत विभाग की कार्यक्षमता पर भी सवाल उठा रही है। बहराइच जिला प्रशासन और विद्युत विभाग को इस समस्या का तत्काल समाधान करना होगा, ताकि गर्मी के इस मौसम में लोगों को राहत मिल सके। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी शिकायतों पर जल्द कार्रवाई होगी और बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से बहाल की जाएगी। यह समस्या न केवल रूपईडीहा, बल्कि बहराइच जिले के अन्य क्षेत्रों में भी देखी जा रही है, जिसके लिए व्यापक स्तर पर बिजली व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।