विधायक मुकेश टंडन और कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने नशामुक्त समाज के लिए किया प्रेरित
अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। विदिशा जिले में 31 मई 2025 को अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर एक विशाल जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली का शुभारंभ विदिशा विधायक मुकेश टंडन ने हरी झंडी दिखाकर किया, जबकि कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने भी इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई। रैली का उद्देश्य नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जनता को जागरूक करना और एक नशामुक्त समाज की स्थापना के लिए सामुदायिक जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करना था।

रैली का विवरण
रैली प्रातःकाल नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर से शुरू हुई और विदिशा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए नीमताल चौराहे पर समाप्त हुई। इस दौरान प्रतिभागियों ने नशे के खिलाफ नारे लगाए, बैनर और पोस्टर प्रदर्शित किए, और राहगीरों को नशामुक्त जीवन के लाभों के बारे में जानकारी दी। रैली में विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्वास्थ्य विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रमुख हस्तियों की भूमिका
रैली का शुभारंभ करते हुए विधायक मुकेश टंडन ने कहा, “नशा हमारे समाज का सबसे बड़ा दुश्मन है। यह न केवल व्यक्तियों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवारों और समुदायों को भी प्रभावित करता है। हमें मिलकर इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा।” कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने अपने संबोधन में नशे के दुरुपयोग के खतरों पर प्रकाश डाला और कहा, “मध्य प्रदेश सरकार नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह के आयोजन समाज में जागरूकता फैलाने और नशे की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
सामाजिक और शैक्षिक भागीदारी
रैली में स्कूलों और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। युवाओं की यह भागीदारी एक स्वस्थ और नशामुक्त भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों ने नशे के शारीरिक और मानसिक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी साझा की, जबकि स्वयंसेवी संगठनों ने नशे की लत से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए उपलब्ध संसाधनों के बारे में बताया।

अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस का महत्व
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण और मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के खिलाफ दिवस सामान्य रूप से 26 जून को मनाया जाता है, लेकिन विदिशा में इस अवसर को स्थानीय स्तर पर 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के साथ जोड़कर मनाया गया। यह आयोजन नशे के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम के उपायों को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित किया गया। नशे की लत न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को भी जन्म देती है। इस तरह के आयोजन समाज में जागरूकता फैलाने और नशे के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रैली का प्रभाव
रैली ने न केवल नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाई, बल्कि समुदाय में एकजुटता की भावना को भी बढ़ावा दिया। प्रतिभागियों ने नशे की लत से प्रभावित लोगों का समर्थन करने और नशे के प्रसार को रोकने के लिए सामुदायिक जिम्मेदारी पर बल दिया। यह आयोजन विदिशा जले में नशामुक्ति के लिए चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा है, जिसमें स्वास्थ्य शिविर, परामर्श सत्र, और जागरूकता अभियान शामिल हैं।
तालिका: रैली का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
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तिथि | 31 मई 2025 |
स्थान | विदिशा, मध्य प्रदेश (नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर से नीमताल चौराहा) |
मुख्य उद्देश्य | नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता और नशामुक्त समाज की स्थापना |
प्रमुख प्रतिभागी | विधायक मुकेश टंडन, कलेक्टर अंशुल गुप्ता, विभिन्न विभाग और संगठन |
मार्ग | नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर से नीमताल चौराहा |
प्रमुख गतिविधियाँ | नारे, बैनर-पोस्टर प्रदर्शन, जागरूकता सामग्री वितरण |
विदिशा में आयोजित यह जन-जागरूकता रैली नशामुक्त समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विधायक मुकेश टंडन और कलेक्टर अंशुल गुप्ता के नेतृत्व में इस आयोजन ने न केवल स्थानीय समुदाय को नशे के खतरों के प्रति जागरूक किया, बल्कि सामाजिक एकजुटता को भी प्रोत्साहित किया। भविष्य में इस तरह के आयोजन नशे की रोकथाम और पुनर्वास के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने में सहायक होंगे।