गंजबासौदा रेस्ट हाउस में आयोजित बैठक में निष्पक्ष पत्रकारिता पर जोर
अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ (MPSPS) की विदिशा जिला इकाई ने गंजबासौदा रेस्ट हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। यह बैठक जिला इकाई अध्यक्ष नरेंद्र सिंह भदोरिया के निर्देशानुसार आयोजित की गई थी, जिसमें गंजबासौदा, उदयपुर, त्योंदा, पठरी, और नटेरन जैसे विभिन्न ब्लॉकों से पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन को मजबूत करना, पत्रकारों की समस्याओं का समाधान करना, और निष्पक्ष पत्रकारिता को बढ़ावा देना था।
बैठक का विवरण
बैठक में संगठन की मजबूती के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। विदिशा जिला इकाई अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह भदोरिया ने बताया कि कुछ ब्लॉकों में अभी तक संगठन का गठन नहीं हुआ है, और इस दिशा में तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि संगठन की बैठकों और आयोजनों में सभी पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, सभी पत्रकारों को निष्पक्षता के साथ खबरें प्रकाशित करने के लिए प्रेरित किया गया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि पत्रकारों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके, सदस्यों को सलाह दी गई कि वे अपनी समस्याओं को संगठन के पदाधिकारियों तक पहुंचाएं। यह कदम पत्रकारों के बीच एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया।
उपस्थित सदस्य
बैठक में निम्नलिखित प्रमुख सदस्य उपस्थित थे:
- विदिशा जिला इकाई: अध्यक्ष नरेंद्र सिंह भदोरिया, उपाध्यक्ष रवि चौरसिया, महासचिव हाकम सिंह रघुवंशी, सचिव मायावती अहिरवार, संयुक्त सचिव रिंकू रघुवंशी, जिला कार्यकारिणी सदस्य किशोर सिंह दांगी, यशवंत सिंह रघुवंशी।
- ब्लॉक स्तर: त्योंदा ब्लॉक अध्यक्ष माधव प्रसाद दुबे, पठरी ब्लॉक अध्यक्ष चेतराम साहू।
- गंजबासौदा से सदस्य: सुरेंद्र पस्तोर, संजीव शर्मा, अशोक शर्मा, सुरेंद्र रघुवंशी, कृष्णा सक्सेना, गिरधर सिंह राजपूत, राजकुमार अहिरवार।
बैठक में बड़ी संख्या में पत्रकारों की उपस्थिति ने संगठन की सक्रियता और एकजुटता को दर्शाया।
संगठन का व्यापक संदर्भ
मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ (MPSPS) पत्रकारों के हितों की रक्षा और उनके कल्याण के लिए काम करने वाला एक प्रमुख संगठन है। यह संगठन न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी पत्रकारों के अधिकारों के लिए सक्रिय है। उदाहरण के लिए, हाल ही में MPSPS ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें एक अन्य संगठन, “मध्य प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन” के नामकरण पर आपत्ति जताई गई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में MPSPS की दलील को स्वीकार करते हुए पंजीकरण पर पुनर्विचार का आदेश दिया था (हाईकोर्ट का आदेश)। इसके अलावा, भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ (BSPS) जैसे राष्ट्रीय संगठनों ने पत्रकार संरक्षण कानून के कार्यान्वयन की मांग को लेकर जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था (जंतर मंतर विरोध)। यह दर्शाता है कि MPSPS पत्रकारों के अधिकारों और कल्याण के लिए व्यापक स्तर पर सक्रिय है।
चर्चा के प्रमुख बिंदु
बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई:
- संगठन का विस्तार: उन ब्लॉकों में संगठन का गठन करना जहां यह अभी तक स्थापित नहीं है।
- पदाधिकारियों की जिम्मेदारी: संगठन की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना।
- निष्पक्ष पत्रकारिता: पत्रकारों को निष्पक्ष और नैतिक पत्रकारिता के मानकों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना।
- समस्याओं का समाधान: पत्रकारों की समस्याओं को संगठन तक पहुंचाने और उनके समाधान के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित करना।
तालिका: बैठक का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
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स्थान | गंजबासौदा रेस्ट हाउस, विदिशा |
तिथि | हाल ही में (सटीक तिथि उपलब्ध नहीं) |
मुख्य उद्देश्य | संगठन की मजबूती, निष्पक्ष पत्रकारिता, और समस्याओं का समाधान |
उपस्थित प्रमुख सदस्य | नरेंद्र सिंह भदोरिया, रवि चौरसिया, हाकम सिंह रघुवंशी, मायावती अहिरवार, आदि |
चर्चा के बिंदु | संगठन का विस्तार, पदाधिकारियों की भागीदारी, निष्पक्ष पत्रकारिता, समस्याओं का समाधान |
संगठन का व्यापक प्रभाव | पत्रकारों के हितों की रक्षा और कल्याण के लिए सक्रिय |
यह बैठक विदिशा जिले के पत्रकारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह उन्हें एकजुट होकर अपनी समस्याओं का समाधान करने और पत्रकारिता के उच्च मानकों को बनाए रखने में मदद करती है। मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ का यह प्रयास पत्रकारों के बीच एकजुटता को बढ़ावा देने और उनके अधिकारों की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भविष्य में, संगठन के और अधिक ब्लॉकों में विस्तार और सक्रिय भागीदारी से पत्रकार समुदाय को और मजबूती मिलेगी।