अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच/नानपारा। 30 मई 2025 को बहराइच के नानपारा तहसील में कृषि विज्ञान केंद्र, नानपारा में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक खेती और आधुनिक कृषि तकनीकों के प्रति जागरूक करना था, ताकि कम लागत में अधिक उपज प्राप्त हो सके और मिट्टी की उर्वरता बनी रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही थे, जिन्होंने किसानों को टिकाऊ और लाभकारी खेती की दिशा में प्रेरित किया।
मुख्य संबोधन: प्राकृतिक खेती और नवीन तकनीक
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने संबोधन में प्राकृतिक खेती को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा, “प्राकृतिक खेती न केवल लागत को कम करती है, बल्कि पर्यावरण और मिट्टी की सेहत को भी बनाए रखती है। रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम करके किसान अच्छी पैदावार और बेहतर आय प्राप्त कर सकते हैं।” उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा विकसित नवीनतम तकनीकों को अपनाने की सलाह दी, जैसे ड्रोन आधारित खेती, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, और प्रत्यक्ष बुवाई (डीएसआर)।
इसे भी पढ़ें : 25 हजार तक के बजट में Camera और Gaming के लिए Best Mobile Phone’s
किसानों का अनुभव
नैनिहा से आए किसान राम प्रवेश मौर्य ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया, “मैंने एक बीघे जमीन पर प्याज की खेती की और प्राकृतिक तरीकों से अच्छी उपज प्राप्त की।” उनके इस सफल प्रयोग ने अन्य किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर प्रेरित किया और यह दर्शाया कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ परंपरागत खेती कितनी प्रभावी हो सकती है।
वैज्ञानिकों और अधिकारियों की भूमिका
कृषि विज्ञान केंद्र, नानपारा के वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने कार्यक्रम में नवीनतम कृषि तकनीकों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:
इसे भी पढ़ें : सफलता की राह; रियल एस्टेट सेल्स एसोसिएट्स के लिए प्रभावी गोल सेटिंग और दैनिक कार्ययोजना
- प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग: गोबर, जीवामृत, और बीजामृत जैसे संसाधनों का प्रयोग।
- मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन: मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर उर्वरक उपयोग।
- आधुनिक तकनीकें: ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव, प्रत्यक्ष बुवाई, और जल संरक्षण तकनीक।
- कम लागत, अधिक लाभ: प्राकृतिक खेती और जैविक उर्वरकों के उपयोग से लागत में कमी और उत्पादकता में वृद्धि।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में हजारों की संख्या में किसान और स्थानीय लोग शामिल हुए। प्रमुख उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:
- भाजपा जिला अध्यक्ष: बृजेश पांडे
- नानपारा विधायक: रामनिवास वर्मा
- पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष: कृपाराम वर्मा
- नगर अध्यक्ष, भाजपा: रेखा पांडे
- ब्लॉक प्रमुख, नवाबगंज
इन हस्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक बनाया।
इसे भी पढ़ें : अतुल्य भारत चेतना के साथ सिटिजन रिपोर्टर के रूप में करें अपने कॅरियर का आगाज
अभियान का व्यापक परिप्रेक्ष्य
विकसित कृषि संकल्प अभियान का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक देश के 700 से अधिक जिलों में चलाया जा रहा है। इसके प्रमुख उद्देश्य हैं:
- जागरूकता: खरीफ फसलों के लिए आधुनिक और टिकाऊ तकनीकों का प्रसार।
- प्राकृतिक खेती: रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का कम उपयोग।
- आय वृद्धि: कम लागत में अधिक उपज के लिए वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग।
- किसान सशक्तिकरण: अनुसंधान को खेतों तक पहुंचाना और किसानों के अनुभवों को नवाचार के लिए उपयोग करना।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अभियान को “लैब टू लैंड” की अवधारणा से जोड़ा, जिसका लक्ष्य अनुसंधान और तकनीकों को सीधे किसानों तक पहुंचाना है।
इसे भी पढ़ें : Job’s in Dubai; दुबई में स्किल्ड जॉब के अवसर और सैलरी की पूरी जानकारी!
नानपारा में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान ने किसानों को प्राकृतिक और वैज्ञानिक खेती की दिशा में एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, वैज्ञानिकों, और स्थानीय नेताओं की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाया। यह अभियान न केवल किसानों की आय और उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ खेती को भी बढ़ावा देगा। नानपारा और बहराइच के किसानों के लिए यह एक नई शुरुआत है, जो उन्हें आत्मनिर्भरता और समृद्धि की ओर ले जाएगी।