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Bahraich news; सर्वेश पाठक बने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद के उपाध्यक्ष

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अतुल्य भारत चेतना
रईस

बहराइच। बहराइच के निवासी और प्रख्यात समाजसेवी सर्वेश पाठक को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति परिषद के अध्यक्ष राहुल द्विवेदी की सिफारिश पर की गई, जिसे दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदयन कुलश्रेष्ठ ने औपचारिक रूप से प्रदान किया। इस नियुक्ति को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो बहराइच जिले और उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।

नियुक्ति की प्रक्रिया और महत्व

सर्वेश पाठक की नियुक्ति पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और सामाजिक कार्यों में सक्रिय योगदान को देखते हुए की गई। परिषद के अध्यक्ष राहुल द्विवेदी ने उनकी नियुक्ति की सिफारिश करते हुए उनके पर्यावरण जागरूकता और सामुदायिक नेतृत्व के प्रयासों की सराहना की। दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदयन कुलश्रेष्ठ ने पाठक को नियुक्ति पत्र सौंपा, जिसके साथ ही उन्हें परिषद की गतिविधियों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई।

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सर्वेश पाठक का संकल्प

नवनियुक्त उपाध्यक्ष सर्वेश पाठक ने अपनी नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है। मेरा प्रयास होगा कि युवाओं और छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाए। विशेष रूप से मिनी फॉरेस्ट एरिया योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए मैं ठोस कदम उठाऊंगा, ताकि हरित क्षेत्रों का विस्तार हो और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सके।” उन्होंने आगे कहा कि यह नियुक्ति न केवल उनके लिए, बल्कि बहराइच के समस्त निवासियों के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने अपने इस दायित्व को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाने का संकल्प लिया।

आभार व्यक्त

श्री पाठक ने अपनी नियुक्ति के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह और परिषद के अध्यक्ष राहुल द्विवेदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मंत्री भूपेंद्र यादव और कीर्तिवर्धन सिंह के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भारत अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है। राहुल द्विवेदी मेरे लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं, जिनके मार्गदर्शन में मैं इस दायित्व को पूर्ण करने का प्रयास करूंगा।”

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पर्यावरण संरक्षण में नई गति

सर्वेश पाठक की नियुक्ति से पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद के कार्यों में नई ऊर्जा और गति आने की उम्मीद है। परिषद का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, वनीकरण, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए सामुदायिक जागरूकता और नीतिगत पहल को बढ़ावा देना है। श्री पाठक के नेतृत्व में मिनी फॉरेस्ट योजना, जल संरक्षण, और प्रदूषण नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाएगा।

बहराइच के लिए गौरव

बहराइच के लिए यह नियुक्ति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षेत्र पर्यावरणीय चुनौतियों जैसे वन क्षेत्रों के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से जूझ रहा है। सर्वेश पाठक का स्थानीय स्तर पर समाजसेवा का अनुभव और पर्यावरण के प्रति उनकी संवेदनशीलता इस क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगी। उनकी नियुक्ति से स्थानीय युवाओं और समुदायों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है।

भविष्य की योजनाएं

परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में सर्वेश पाठक की प्राथमिकता होगी कि स्कूलों, कॉलेजों, और सामुदायिक संगठनों के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाए जाएं। इसके अतिरिक्त, वे मिनी फॉरेस्ट योजना को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लागू करने के लिए स्थानीय प्रशासन और गैर-सरकारी संगठनों के साथ सहयोग करेंगे। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक और राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं, जैसे जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC), के तहत भारत की भूमिका को मजबूत करने में भी परिषद की गतिविधियां महत्वपूर्ण योगदान देंगी।

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सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव

यह नियुक्ति न केवल सर्वेश पाठक के लिए व्यक्तिगत सम्मान का विषय है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नए और प्रभावी प्रयासों को प्रोत्साहन देगी। बहराइच जैसे क्षेत्रों में, जहां प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटना आवश्यक है, श्री पाठक का नेतृत्व स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और सतत विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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