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अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान अब जन-जन का आंदोलन बन चुका है। इस अभियान में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद (एमपीजेएपी) अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बुधवार, 14 मई 2025 को छिंदवाड़ा जिले के सेक्टर नंबर 5, ग्राम गुरैया में कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देशन और जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक अखिलेश जैन के मार्गदर्शन में एक व्यापक जल संरक्षण जागरूकता अभियान आयोजित किया गया।
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घर-घर दस्तक देकर जल संरक्षण का संदेश
जन अभियान परिषद की टीम ने परामर्शदाताओं तृप्ति सिंह, लता नागले, विनोद तिवारी, जयप्रकाश सूर्यवंशी, और आशीष साहू के नेतृत्व में मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम (बीएसडब्ल्यू और एमएसडब्ल्यू) के विद्यार्थियों—श्रुति चौबे, पलक सूर्यवंशी, आंशिका रघुवंशी, शिवांगी वानखेड़े, जयश्री घोड़े, नीरज चौरसिया, निहाल कृष्ण और अन्य—के साथ मिलकर ग्राम गुरैया में घर-घर जाकर ग्रामीणों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
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टीम ने दीवार लेखन के माध्यम से प्रभावी नारे जैसे “जल है तो कल है” और “पानी की बूंद-बूंद बचाएं” लिखकर ग्रामीणों को जल संरक्षण का महत्व समझाया। ग्रामीणों ने इन नारों की सराहना करते हुए संकल्प लिया कि वे व्यर्थ बहने वाले पानी की हर बूंद को बचाने का प्रयास करेंगे।
जल स्रोतों की स्वच्छता और सोकपिट निर्माण
अभियान के तहत ग्राम गुरैया में हैंडपंपों के आसपास स्वच्छता सुनिश्चित करने और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सोकपिट निर्माण कार्य किया गया। परामर्शदाता तृप्ति सिंह और बीएसडब्ल्यू/एमएसडब्ल्यू विद्यार्थियों ने श्रमदान के माध्यम से इस कार्य को अंजाम दिया। इसके अतिरिक्त, नल में टोटी लगाकर पानी की बर्बादी को रोकने का प्रयास किया गया।

नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर और परामर्शदाता श्री विनोद तिवारी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा, “भीषण गर्मी में जल की उपयोगिता स्पष्ट होती है। हमें बरसात के समय ‘गांव का पानी गांव में, गांव की मिट्टी गांव में’ की सोच को अपनाना चाहिए। तालाबों, कुओं और छोटे-छोटे जल संचय उपायों पर ध्यान देकर हम जल संकट से निपट सकते हैं।” उन्होंने सभी ग्रामीणों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
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नवांकुर संस्था की सक्रिय सहभागिता
जन अभियान परिषद की नवांकुर संस्था, बहुउद्देशीय शैक्षणिक विकास समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने भी इस अभियान में सक्रिय योगदान दिया। उन्होंने जल स्रोतों के आसपास सफाई कार्य, जागरूकता कार्यक्रम, और श्रमदान के माध्यम से अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

जिला समन्वयक का संदेश
जिला समन्वयक अखिलेश जैन ने ग्रामीणों से जल की बर्बादी रोकने की अपील की और कहा, “जन अभियान परिषद की पूरी टीम कलेक्टर महोदय के मार्गदर्शन में नदी-नालों और जल स्रोतों के पुनर्जनन के लिए कार्य कर रही है। हमारी पुरातन बावड़ियों और जल धरोहरों के संरक्षण के लिए भी योजनाएं तैयार की जा रही हैं।” उन्होंने ग्रामीणों से इस जन-आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
ग्रामीणों का उत्साह और प्रतिबद्धता
ग्राम गुरैया के निवासियों ने इस अभियान के प्रति उत्साह दिखाया और जल संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा, “हमें पता है कि जल के बिना जीवन संकट में पड़ सकता है। हम इस अभियान के साथ हैं और पानी की हर बूंद बचाने का प्रयास करेंगे।”

जल गंगा संवर्धन अभियान की व्यापकता
जल गंगा संवर्धन अभियान मध्यप्रदेश में 30 मार्च से 30 जून 2025 तक चल रहा है। यह अभियान जल स्रोतों जैसे नदियों, तालाबों, कुओं, और बावड़ियों के संरक्षण और पुनर्जनन पर केंद्रित है। छिंदवाड़ा जिले में जन अभियान परिषद की टीमें नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में श्रमदान, जागरूकता कार्यक्रम, और जल संरचनाओं के पुनरुद्धार के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं।