अतुल्य भारत चेतना || शिवशंकर जायसवाल
कोरबा। कटघोरा में महिलाओं ने हरतालिका तीज का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया। हरितालिका तीज का पर्व भाद्रपद के महीने में शुक्लपक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखा जाता है। इस दिन सभी महिलाएं अपने ससुराल से मायके आती हैं, तथा सोलह श्रृंगार करके 24 घंटो के निर्जला व्रत रहती हैं। माँ पार्वती सहित भगवान भोलेनाथ की मिट्टी की मूर्ति बनाई जाती है फिर केले के पत्तों तथा फूल पत्तियों से उनका मण्डप बनाया जाता है, उस मण्डप में उस मूर्ति को स्थापित कर पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा-पाठ की जाती है।शिव पार्वती की कथा सुनने के बाद रात भर भजन कीर्तन किया जाता है। सुबह भोर में माँ पार्वती से सुहाग लेने के बाद शिव-पार्वती की मूर्ति को जल में विसर्जित किया जाता है। सबेरे फलाहार लेकर महिलाएं इस व्रत को तोड़ती हैं। जायसवाल समाज की जिलाध्यक्ष शकुंतला का कहना है, कि इस व्रत को मैं 39 वर्षों से करती आ रही हूँ। इस व्रत के करने से पति की आयु एवं सुख समृद्धि में वृद्धि होती है। मुक्ता जायसवाल प्रिंसिपल कलचुरी पब्लिक स्कूल ने बताया कि वह इस व्रत को 28 वर्षों से रह रही हैं। इसी प्रकार किरण जयंत कुमार, नेहा डिक्सेना ने भी कहा कि इस व्रत को रखने से हमें सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
