अतुल्य भारत चेतना | डॉ. मीरा पराड़कर
छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश। समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी अनूठी पहचान बना चुका छिंदवाड़ा का मातृत्व ग्रुप एक बार फिर सुर्खियों में है। ग्रुप की संयोजक श्रीमती किरण सोनी की अगुवाई में, मातृत्व ग्रुप ने एक और माता-पिता विहीन बेटी की शादी को यादगार बना दिया। इस नेक कार्य में ग्रुप की बहनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बेटी को न केवल आशीर्वाद दिया, बल्कि ढेर सारी उपयोगी सामग्री भेंट कर उसे खुशी-खुशी विदा किया।
बेटी की शादी में मातृत्व ग्रुप का योगदान
मातृत्व ग्रुप ने इस विवाह को भव्य और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। ग्रुप की बहनों ने बेटी को उपहार के रूप में निम्नलिखित सामग्री भेंट की:
- 10 साड़ियां: सुंदर और पारंपरिक परिधान, जो बेटी के नए जीवन को रंगीन बनाएंगे।
- सिलाई मशीन: आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम, जिससे बेटी अपने हुनर को निखार सके।
- मिक्सर: रसोई के काम को आसान बनाने के लिए।
- टेबल फैन: गर्मी से राहत देने के लिए उपयोगी उपकरण।
- इलेक्ट्रिक प्रेस: कपड़ों को साफ-सुथरा रखने के लिए।
- बर्तन किचन सेट: रसोई के लिए आवश्यक सभी बर्तन।
- बेडशीट और बिस्तर: नए घर को सजाने के लिए।
- ज्वेलरी: बेटी की सुंदरता को निखारने के लिए आभूषण।
- अन्य उपयोगी सामग्री, जो बेटी के दैनिक जीवन को सुगम बनाएगी।
इन उपहारों के साथ, मातृत्व ग्रुप ने यह सुनिश्चित किया कि बेटी अपने नए जीवन की शुरुआत पूरे आत्मविश्वास और खुशी के साथ करे।
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सुहागलें पूजन का आयोजन
शादी के बाद, मातृत्व ग्रुप की बहनों ने सुहागलें पूजन का कार्यक्रम भी आयोजित किया। इस आयोजन में ग्रुप की सदस्य स्वयं उपस्थित रहीं और सभी रीति-रिवाजों को पूरे उत्साह और परंपरानुसार संपन्न कराया। यह आयोजन न केवल बेटी के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक भावनात्मक और प्रेरणादायक क्षण रहा।
किरण सोनी: समाज सेवा की मिसाल
मातृत्व ग्रुप की संयोजक श्रीमती किरण सोनी ने बताया कि यह उनकी ओर से 28वीं ऐसी शादी थी, जिसमें ग्रुप ने अनाथ बेटियों के विवाह को सफलतापूर्वक संपन्न कराया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य हर उस बेटी को सहारा देना है, जो अपने माता-पिता के बिना जीवन में आगे बढ़ रही है। हमारी बहनें न केवल सामग्री भेंट करती हैं, बल्कि प्यार, सम्मान और आशीर्वाद के साथ बेटी को विदा करती हैं।”
किरण सोनी की इस पहल ने न केवल छिंदवाड़ा, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में समाज सेवा का एक नया मानदंड स्थापित किया है। उनके नेतृत्व में मातृत्व ग्रुप ने सामाजिक समरसता और सहयोग की मिसाल पेश की है।
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समाज के लिए प्रेरणा
यह आयोजन सिर्फ एक शादी तक सीमित नहीं था, बल्कि यह सामाजिक एकजुटता और मानवीय संवेदनशीलता का प्रतीक बन गया। मातृत्व ग्रुप की इस पहल ने यह साबित कर दिया कि जब समाज एकजुट होकर किसी के लिए खड़ा होता है, तो कोई भी बेटी अनाथ नहीं रहती।
मातृत्व ग्रुप और किरण सोनी की इस पहल को स्थानीय समुदाय ने खूब सराहा। लोगों का कहना है कि ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करते हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।
भविष्य की योजनाएं
श्रीमती किरण सोनी ने बताया कि मातृत्व ग्रुप भविष्य में भी ऐसी बेटियों की मदद के लिए तत्पर रहेगा। वे और उनकी सहयोगी बहनें मिलकर और अधिक अनाथ बेटियों के जीवन को संवारने का संकल्प ले चुकी हैं।
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संपर्क जानकारी: मातृत्व ग्रुप से जुड़ने या सहयोग करने के लिए, श्रीमती किरण सोनी से स्थानीय स्तर पर संपर्क किया जा सकता है।
नोट: यह समाचार मातृत्व ग्रुप और श्रीमती किरण सोनी द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है।