अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने आज शमशाबाद में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के पश्चात नगर परिषद के विभिन्न कार्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और छात्रावासों का भ्रमण कर वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पुराने भवनों के नवीनीकरण, आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की स्थिति, और छात्रावासों में दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए, ताकि जनसुविधाओं में सुधार हो सके और सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुँच सके।
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पुरानी तहसील कार्यालय का निरीक्षण
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने सबसे पहले शमशाबाद नगर परिषद के अंतर्गत पुरानी तहसील कार्यालय का दौरा किया। यहाँ उन्होंने भवनों की स्थिति का जायजा लिया और पाया कि कई भवन जीर्ण-शीर्ण हो चुके हैं। इस पर उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि इन पुराने भवनों को डिस्मेंटल कर उनके स्थान पर नवीन भवनों का निर्माण कराया जाए। कलेक्टर ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि नए भवन आधुनिक सुविधाओं से युक्त हों, ताकि कार्यालयीन कार्यों में बेहतर दक्षता लाई जा सके। इस अवसर पर शमशाबाद नगर परिषद की अध्यक्ष भारती प्रदीप माहेश्वरी भी उनके साथ मौजूद रहीं।
आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 131 का दौरा
कलेक्टर ने शमशाबाद के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 131 का भी निरीक्षण किया। यहाँ उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका से विस्तृत संवाद किया। उन्होंने केंद्र में दर्ज बच्चों की संख्या की जानकारी ली और विशेष रूप से सेम (सामान्य कुपोषित) और मेम (गंभीर कुपोषित) श्रेणी के बच्चों की स्थिति पर ध्यान दिया। कलेक्टर ने पाया कि कुछ बच्चे कुपोषण की श्रेणी में हैं, जिसके लिए उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी भरत सिंह राजपूत को निर्देशित किया कि:
- सेम और मेम श्रेणी के बच्चों के अभिभावकों की पहचान की जाए।
- इन परिवारों को शासन की अन्य योजनाओं का लाभ पात्रता के अनुसार दिलाया जाए।
- स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने वाली योजनाओं से इन परिवारों को जोड़ा जाए, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि कुपोषण की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए केवल पोषण उपलब्ध कराना पर्याप्त नहीं है, बल्कि परिवारों को दीर्घकालिक आर्थिक सहायता भी प्रदान की जानी चाहिए।
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छात्रावासों का निरीक्षण
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने भ्रमण के दौरान शमशाबाद में स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक श्रीमती पारूल जैन से विस्तृत संवाद किया और निम्नलिखित बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त की:
- छात्रावासों में भोजन, आवास, और स्वच्छता की स्थिति।
- छात्राओं को दी जा रही शैक्षिक सुविधाएँ और अन्य संसाधन।
- छात्रावासों में सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता।
कलेक्टर ने छात्रावासों की स्थिति को संतोषजनक पाया, लेकिन कुछ सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पारूल जैन को निर्देश दिए कि छात्रावासों में स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि छात्राओं को बेहतर वातावरण मिल सके। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि छात्राओं को शैक्षिक संसाधनों की कमी न हो।
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कलेक्टर के निर्देशों का महत्व
कलेक्टर अंशुल गुप्ता के इस भ्रमण और निरीक्षण से शमशाबाद में प्रशासनिक और सामाजिक व्यवस्थाओं में सुधार की उम्मीद जगी है। उनके निर्देशों का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:
- पुराने भवनों का नवीनीकरण: जीर्ण-शीर्ण भवनों को हटाकर नए भवनों का निर्माण कराना, जिससे कार्यालयीन कार्यों में दक्षता बढ़े।
- कुपोषण पर नियंत्रण: आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनके परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
- छात्रावासों में सुधार: छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं के लिए बेहतर सुविधाएँ सुनिश्चित करना, ताकि उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।
कलेक्टर अंशुल गुप्ता का शमशाबाद में कार्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, और छात्रावासों का भ्रमण प्रशासनिक सक्रियता का एक सकारात्मक उदाहरण है। उनके द्वारा दिए गए निर्देश न केवल तात्कालिक समस्याओं के समाधान की दिशा में एक कदम हैं, बल्कि दीर्घकालिक सुधारों की नींव भी रखते हैं।
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पुरानी तहसील कार्यालय के भवनों का नवीनीकरण, कुपोषित बच्चों के परिवारों को स्वरोजगार से जोड़ना, और छात्रावासों में सुविधाओं का उन्नयन जैसे कदम शमशाबाद के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। कलेक्टर के इस दौरे से स्थानीय लोगों में यह उम्मीद जगी है कि उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र होगा और प्रशासनिक सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी। यह देखना होगा कि उनके निर्देशों का कितनी तेजी से और प्रभावी ढंग से पालन होता है, जिससे शमशाबाद की जनता को इसका लाभ मिल सके।