इंस्टेंट लोन प्रोवाइड करने वाले ऐप्स
भारत में कई मोबाइल ऐप्स इंस्टेंट पर्सनल लोन प्रदान करते हैं, जो कम समय में और न्यूनतम दस्तावेज़ीकरण के साथ लोन उपलब्ध कराते हैं। कुछ प्रमुख ऐप्स निम्नलिखित हैं:
- MoneyTap: 4 मिनट में प्री-अप्रूवल और ₹3,000 से ₹5 लाख तक लोन। पेपरलेस प्रक्रिया।
- TVS Credit: ₹2 लाख तक का लोन, 100% पेपरलेस, 24 घंटे में डिस्बर्सल।
- Home Credit: ₹5 लाख तक लोन, तत्काल स्वीकृति, न्यूनतम दस्तावेज़।
- Bharat Loan: खराब सिबिल स्कोर वालों के लिए ₹1 लाख तक लोन, 90 दिन से 12 महीने की अवधि।
- mPokket: छोटे लोन (₹500 से ₹30,000) छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए।
- PhonePe: ₹50,000 तक इंस्टेंट लोन, डिजिटल प्रक्रिया।
- PaySense: ₹5,000 से ₹5 लाख तक, तेज़ स्वीकृति।
- KreditBee: छोटे और मध्यम लोन, खराब सिबिल स्कोर पर भी विकल्प।
- CASHe: डिजिटल प्रक्रिया, ₹1,000 से ₹4 लाख तक।
- Navi: सरल प्रक्रिया, ₹20,000 से ₹20 लाख तक।
नोट: इन ऐप्स की ब्याज दरें 10% से 35% प्रति वर्ष तक हो सकती हैं, और प्रोसेसिंग फीस 2-8% हो सकती है। लोन लेने से पहले शर्तें ध्यान से पढ़ें।
लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया
इसे भी पढ़ें: Loan DSA के रूप में करें कॅरियर की शुरुआत, कमाएं ₹1 लाख तक प्रतिमाह
इंस्टेंट लोन ऐप्स के माध्यम से लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया सामान्यतः सरल और डिजिटल होती है। नीचे चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है:
- ऐप डाउनलोड और रजिस्ट्रेशन:
- गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से चुने हुए ऐप को डाउनलोड करें।
- मोबाइल नंबर, ईमेल, या आधार लिंक के साथ रजिस्टर करें।
- KYC सत्यापन:
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, और सेल्फी अपलोड करें।
- कुछ ऐप्स बैंक स्टेटमेंट या सैलरी स्लिप मांग सकते हैं।
- डिजिटल KYC प्रक्रिया कुछ मिनटों में पूरी होती है।
- लोन राशि और अवधि का चयन:
- अपनी ज़रूरत के अनुसार लोन राशि (उदाहरण: ₹5,000 से ₹5 लाख) और चुकौती अवधि (3 महीने से 60 महीने) चुनें।
- ऐप आपकी पात्रता (इनकम, सिबिल स्कोर, आदि) के आधार पर लोन राशि सुझाता है।
- क्रेडिट प्रोफाइल जांच:
- ऐप आपका सिबिल स्कोर चेक करता है। कुछ ऐप्स (जैसे Bharat Loan) कम सिबिल स्कोर पर भी लोन देते हैं।
- आय प्रमाण या रोज़गार विवरण की जांच हो सकती है।
- लोन स्वीकृति:
- पात्रता सत्यापन के बाद, लोन ऑफर तुरंत दिखाया जाता है।
- ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस, और EMI विवरण की जानकारी दी जाती है।
- डिजिटल हस्ताक्षर और डिस्बर्सल:
- लोन समझौते पर डिजिटल हस्ताक्षर करें।
- स्वीकृति के बाद, राशि 24-48 घंटों में बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाती है।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड, पैन कार्ड
- बैंक खाता विवरण (IFSC कोड सहित)
- आय प्रमाण (सैलरी स्लिप, ITR, या बैंक स्टेटमेंट)
- सेल्फी या फोटो
समय: पूरी प्रक्रिया 5 मिनट से 24 घंटे तक ले सकती है, जिसमें डिस्बर्सल भी शामिल है।
सिबिल स्कोर का महत्व
इसे भी पढ़ें : पेटीएम एप (Paytm app) से कैसे प्राप्त करें ₹10,000 से ₹5,00,000 तक का लोन?
सिबिल स्कोर (CIBIL Score) एक तीन अंकों की संख्या (300 से 900) है, जो किसी व्यक्ति की क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है। इसे ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड या अन्य क्रेडिट ब्यूरो (इक्विफैक्स, एक्सपिरियन, CRIF हाईमार्क) द्वारा तैयार किया जाता है। यह लोन और क्रेडिट कार्ड के भुगतान इतिहास, कर्ज़, और वित्तीय व्यवहार पर आधारित होता है।
सिबिल स्कोर का महत्व:
- लोन स्वीकृति में भूमिका:
- 750+ सिबिल स्कोर को अच्छा माना जाता है, जिससे लोन आसानी से मिलता है और ब्याज दरें कम होती हैं।
- 600-750 के बीच स्कोर पर लोन मिलना संभव है, लेकिन ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं।
- 600 से कम स्कोर को जोखिम भरा माना जाता है, जिससे लोन अस्वीकृत हो सकता है या NBFC/ऐप्स ही लोन देते हैं।
- ब्याज दर पर प्रभाव:
- उच्च सिबिल स्कोर (800+) वालों को 10-12% की दर पर लोन मिल सकता है।
- कम स्कोर (600-650) वालों को 18-35% तक ब्याज देना पड़ सकता है।
- लोन राशि और अवधि:
- अच्छा स्कोर अधिक राशि (उदाहरण: ₹40 लाख तक) और लंबी अवधि (5 साल तक) के लोन दिलाता है।
- कम स्कोर पर छोटी राशि और छोटी अवधि मिलती है।
- वित्तीय विश्वसनीयता:
- सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है। समय पर EMI भुगतान, कम क्रेडिट उपयोग (30% से कम), और पुराने लोन का सही प्रबंधन स्कोर बढ़ाता है।
- देर से भुगतान, डिफॉल्ट, या अधिक कर्ज़ स्कोर को नुकसान पहुंचाते हैं।
- इंस्टेंट लोन ऐप्स में उपयोग:
- कुछ ऐप्स (MoneyTap, Home Credit) अच्छे सिबिल स्कोर (700+) वालों को प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर करते हैं।
- Bharat Loan जैसे ऐप्स कम सिबिल स्कोर पर भी लोन देते हैं, लेकिन उच्च ब्याज और फीस के साथ।
सिबिल स्कोर को प्रभावित करने वाले कारक:
- भुगतान इतिहास (35%): समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान स्कोर बढ़ाता है।
- क्रेडिट उपयोग अनुपात (30%): क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30% से कम उपयोग करें।
- क्रेडिट इतिहास की अवधि (15%): लंबा क्रेडिट इतिहास स्कोर को मजबूत करता है।
- क्रेडिट मिश्रण (10%): सिक्योर्ड (होम लोन) और अनसिक्योर्ड (पर्सनल लोन) का संतुलन।
- नए क्रेडिट आवेदन (10%): बार-बार लोन आवेदन स्कोर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सिबिल स्कोर सुधारने के उपाय:
इसे भी पढ़ें : कम बजट में मिलने वाली कारें, उनके महत्वपूर्ण फीचर्स एवं कंपनी से जुड़ी जानकारी
- समय पर भुगतान: EMI और क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाएं।
- कर्ज़ कम करें: क्रेडिट कार्ड बैलेंस और लोन कम करें।
- क्रेडिट उपयोग सीमित करें: उपलब्ध क्रेडिट का 30% से कम उपयोग करें।
- क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें: त्रुटियों के लिए मुफ्त सिबिल रिपोर्ट (वर्ष में एक बार) जांचें।
- नए लोन से बचें: अनावश्यक लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन न करें।
- लंबा क्रेडिट इतिहास बनाएं: पुराने क्रेडिट खातों को बंद न करें।
कम सिबिल स्कोर पर लोन विकल्प:
- NBFC और ऐप्स: Bharat Loan, KreditBee जैसे ऐप्स कम सिबिल स्कोर पर लोन देते हैं।
- सिक्योर्ड लोन: गोल्ड लोन या प्रॉपर्टी लोन में सिबिल स्कोर कम महत्वपूर्ण होता है।
- गारंटर या सह-आवेदक: अच्छे सिबिल स्कोर वाले सह-आवेदक से लोन स्वीकृति आसान होती है।
- छोटे लोन: छोटी राशि (₹10,000-50,000) लेना आसान होता है।
सावधानियां
- उच्च ब्याज दरें: इंस्टेंट लोन ऐप्स की ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं (15-35%)।
- छिपी फीस: प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट पेनल्टी, या प्री-पेमेंट चार्ज जांचें।
- धोखाधड़ी से बचें: केवल RBI-पंजीकृत ऐप्स (जैसे NBFC या बैंक से संबद्ध) उपयोग करें।
- EMI प्रबंधन: अपनी आय के अनुसार EMI चुनें, ताकि सिबिल स्कोर पर असर न पड़े।
- सिबिल स्कोर की निगरानी: नियमित रूप से क्रेडिट स्कोर चेक करें (CRED, Wishfin जैसे ऐप्स से)।
निष्कर्ष
इंस्टेंट लोन ऐप्स तत्काल वित्तीय ज़रूरतों के लिए सुविधाजनक हैं, लेकिन सिबिल स्कोर आपकी लोन पात्रता, ब्याज दर, और वित्तीय विश्वसनीयता को निर्धारित करता है। 750+ स्कोर बनाए रखने से लोन प्रक्रिया आसान और सस्ती होती है। लोन लेने से पहले ऐप की विश्वसनीयता, ब्याज दर, और शर्तें जांचें। समय पर चुकौती करें ताकि सिबिल स्कोर मजबूत रहे।
स्रोत: सामान्य जानकारी और वेब पर उपलब्ध डेटा। विशिष्ट ऐप्स की शर्तों के लिए उनकी आधिकारिक वेबसाइट देखें।