अतुल्य भारत चेतना
गौरव कुमार
कानपुर देहात। रूरा में ओवर ब्रिज का निर्माण लगभग 4 वर्षों से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक संपूर्ण ना हो होने के कारण राहगीर और व्यापारियों को आने-जाने में हो रही है। सुविधा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिए हुए निर्देशों के नजरअंदाज कर रहे अधिकारी लापरवाही करते जा रहे हैं, इसी वजह से अभी तक रूरा रेलवे पर बन रहा ओवर ब्रिज बीरबल की खिचड़ी साबित हो रहा है।क्रॉसिंग पर जान जोके में डाल रहे हैं आवागमन कर रहे ग्रामीण मजदूर सहायक लोग 5 साल बीतने के बाद भी अधूरा है, कब निर्माण होगा पता नहीं भाजपा सरकार के तीन-तीन सदस्य मौजूद होने के बावजूद सांसद जी भाजपा से राज्य मंत्री भाजपा से व नगर पंचायत अध्यक्ष भाजपा से होने के बावजूद भी ग्रामीण और व्यापारियों को आने जाने में असुविधा हो रही है। बताया जाता है कि कस्बावासियों को तो आदत सी बन गई है, बाइक सवार किसी तरह धक्का मुक्ति कर अपनी बाइक निकाल कर ले जाते हैं और फोर व्हीलर व बड़ी गाड़ियों को आने-जाने में दिक्कत होती है। अंडरपास में घंटे जाम लगता है ,मार्ग पर पैदल राहगीरों का निकलना मुश्किल है ऐसे में जान-जोखिम में डालकर क्रॉसिंग पार करते राहगीर रेलवे ट्रैक पर निकल रहे हैं।

जरा सी चूक से बड़ा हादसा होने का खतरा बना हैं, जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर क्रॉसिंग मार्ग से आवागमन बंद हैं और अंडरपास से यातायात हो रहा है। मौजूदा समय में यह अंडरपास आधे जिलों की लाइफलाइन मगर व्यवस्था की डी एफसी सी अफसर की बेपरवाही की वजह से यह रास्ता जोखिम भरा हो गया है। बारिश के दौरान यहाँ कमर तक पानी भर जाता है, पंपिंग सेट की मदद से पानी निकालने में भी लापरवाही कस्बा क्षेत्र में चारों तरफ गाँव से गुजरने वाले राहगीर आए दिन इस जाम की समस्या से नजर आते हैं। ज्यादातर लोग बाइक से धक्का मुक्ति से निकल जाते हैं पैदल निकलने वाले राहगीर वहाँ से नहीं निकाल पा रहे हैं।