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रतलाम पुलिस की कामयाबी : अहमदाबाद में हत्या कर फरार तीन कॉन्ट्रेक्ट किलरों को फोरलेन पर नाकाबंदी कर पकड़ा

By News Desk Nov 19, 2024
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रतलाम पुलिस की कामयाबी : अहमदाबाद में हत्या कर फरार तीन कॉन्ट्रेक्ट किलरों को फोरलेन पर नाकाबंदी कर पकड़ा

25 लाख की सुपारी लेकर अहमदाबाद में हत्या कर शूटर हो गए थे फरार

अतुल्य भारत चेतना
मोहम्मद शरीफ़ कुरैशी

रतलाम। गुजरात के अहमदाबाद जिले में तीन दिन पहले एक फल व्यापारी की गोली मारकर हत्या के मामले में फरार तीन कॉन्ट्रेक्ट किलर को पकडऩे में रतलाम पुलिस ने सफलता पाई है। बिलपांक पुलिस ने फोरलेन पर नाकाबंदी कर कॉन्ट्रेक्टर किलरों को हिरासत में लिया। हिरासत में लेकर तफ्तिश के दौरान आरोपियों के पास से एक लोडेड पिस्टल, मैगजिन सहित खंजर भी मिला है। गुजरात के अहमदाबाद में हत्या कर तीनों आरोपी राजस्थान फरार हो गए थे। गुजरात पुलिस उनके पीछे लगी थी, लेकिन कॉन्ट्रेक्ट किलरों के पास लोडेड पिस्टल होने के कारण वह उन्हें नहीं पकड़ पा रहे थे। रतलाम पुलिस से संपर्क करने के बाद फोरलेन पर रविवार रात एएसपी राकेश खाखा और बिलपांक थाना प्रभारी अय्यूब खान के नेृत्तव में गठित टीम ने नाकाबंदी की। नाकाबंदी में कॉन्ट्रेक्ट किलरों को हिरासत में लेकर गुजरात पुलिस को सौंपा। गुजरात के अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने पूरे मामले का सोमवार को खुलासा किया है।

अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर मलिक के अनुसार 14 नवंबर-2024 की रात अहमदाबाद के फल व्यापारी बादमजी मोदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद तीनों कॉन्ट्रेक्ट किलर कुलदीप (22) पिता रणसिंह परमार निवासी मुरैना (मध्यप्रदेश), अंकित (20) पिता कल्याण सिंह भदौरिया निवासी भिंड (मध्य प्रदेश) एवं अन्नू (24) पिता उदयभान राजपूत निवासी कानपुर (उत्तरप्रदेश) राजस्थान होते हुए मध्यप्रदेश भाग गए थे। रविवार देर रात गुजरात पुलिस ने रतलाम पुलिस से फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए मदद मांगी। एसपी अमित कुमार के निर्देश पर एएसपी खाखा ने बिलपांक थाने पहुंच टीम का गठन किया। टीम में थाना प्रभारी खान सहित अमले को शामिल कर फोरलेन पर नाकाबंदी की। पुलिस ने राजस्थान रोडवेज बस में तलाशी के दौरान तीनों शूटरों को हिरासत में लिया। शूटरों की तलाशी के दौरान उनके पास से लोडेड पिस्टल, एक मैगजिन सहित खंजर मिला। कॉन्ट्रेक्ट शूटरों ने रतलाम पुलिस के सामने भी 14 नवंबर-2024 को गुजरात के अहमदाबाद में हत्या कर फरार होने की बात स्वीकारी। शूटरों ने रतलाम पुलिस को बताया कि वह गुजरात में हत्या कर राजस्थान भाग गए थे। रविवार शाम को तीनों शूटर राजस्थान की रोडवेज बस में उदयपुर के बस स्टैंड के बाहर से सवार हुए थे। तीनों शूटर भोपाल जा रहे थे। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर हिरासत में लिए गए तीनों शूटरों को रतलाम पुलिस ने गुजरात पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

शूटरों को मिली थी 25 लाख रुपए की सुपारी
सोमवार को अहमदाबाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक बादामजी मोदी के भतीजे अशोक मोदी ने चाचा की हत्या के लिए 25 लाख रुपए की सुपारी दी थी। आरोपी अशोक से यह सुपारी अन्नू राजपूत को सौंपी थी। वारदात के दिन अन्नू राजपूत, कुलदीप और अंकित एक बाइक पर बैठकर व्यापारी की दुकान के पास से गुजरे और फायरिंग की। फायरिंग में एक गोली व्यापारी बादामजी मोदी के कान के नीचे लगी थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी। इस हमले से एक महीने पहले बादामजी मोदी पर चाकू से भी हमला हुआ था। ये हमला भी आरोपी अशोक के कहने पर हुआ था। आरोपी अशोक को शक था कि उसके पिता की हत्या बादामजी ने करवाई थी। इस वज़ह से उसने अपने चाचा को मारने के लिए सुपारी दी थी। हत्या के बाद सुपारी देने वाला भतीजा अशोक के अलावा तीनों आरोपी भाग गए थे। आरोपी अशोक गुजरात में पुलिस को जांच में सहयोग का दिखावा कर रहा था। रतलाम पुलिस के सहयोग से शूटर पकडऩे के बाद हत्या का मास्टर माइंड अशोक ने भी कुबूल कर लिया कि उसी ने चाचा को मारने के लिए 25 लाख रुपए की सुपारी दी थी। सुपारी की कुल रकम में से शूटरों को अभी 75 हजार रुपए का ही भुगतान किया गया था।

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