आयोग द्वारा निर्धारित हर एक निर्देशों का हुआ शतप्रतिशत पालन
अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। मप्र लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा शनिवार को सम्पन्न हुई। प्रभारी प्राचार्य व केंद्राध्यक्ष डॉ. गोविंद सिरसाटे ने बताया कि मुख्य परीक्षा का केंद्र पीएम एक्सीलेंस जटाशंकर त्रिवेदी महविद्यालय को पहली बार केंद्र बनाया गया था। यहाँ 21 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक आयोजित हुई इस परीक्षा में प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन-1 से प्रारम्भ हुई थी। इसके अलावा सामान्य अध्ययन-2, सामान्य अध्ययन-3 व सामान्य अध्ययन-4 के साथ ही सामान्य हिन्दी एवं व्याकरण तथा हिन्दी और लेखप्रश्न पत्र की परीक्षाएं अभ्यार्थियों द्वारा दी गई। मप्र लोक सेवा मुख्य परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा सेवानिवृत आईएएस को संभागीय पर्यवेक्षक डॉ.अशोक कुमार भार्गव को नियुक्त किया गया। उन्होंने पूरे समय रहकर परीक्षा व्यवस्थाओं पर बारीकी से ऑब्जर्व किया। साथ ही पर्यवेक्षक जी.सतीश कुमार चिले, एसडीएम गोपाल सोनी व परीक्षा प्रभारी केसी ठाकुर के सतत पर्यवेक्षण के साथ ही लोक सेवा आयोग के सदस्य डॉ. नरेन्द्र कुमार कोष्ठी के द्वारा का निरीक्षण भी किया गया।
इस तरह रही उपस्थिति
जिले के पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में आयोजित राज्य प्रशासनिक सेवा की मुख्य परीक्षा में कुल 47 परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र का चयन किया था। जिसमें 21अक्टूबर सोमवार को हुए सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र में 47 में से 38 उपस्थित व 9 अनुपस्थित रहे। इसके बाद को हुए प्रश्न पत्र में 22 व 23 अक्टूबर को 37-37 परीक्षार्थी उपस्थित व 10 अनुपस्थित, 24 को 36 उपस्थित व 11 अनुपस्थित, 25 को 35 उपस्थित व 12 अनुपस्थित और 26 अक्टूबर शनिवार अंतिम दिन 47 विद्यार्थियों में से 34 उपस्थित और 13 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे।


सम्भागीय प्रेक्षक ने परीक्षार्थियों से लिया फीडबैक
शनिवार को हुए प्रश्न पत्र के बाद सम्भागीय प्रेक्षक डॉ. भार्गव ने परीक्षार्थियों से व्यवस्थाओं और केंद्र बनने से समय को बचत के सम्बंध में प्रतिक्रिया ली। कई परीक्षार्थियों ने केंद्र बनने से उन्हें मिली सहूलियत के बारे में जानकारिया दी। उन्होंने कहा कि केंद्र नहीं होने से जबलपुर या अन्य केंद्र चुनना पड़ता था। जिससे समय के अलावा आर्थिक रूप से समस्या तो होती ही थी। साथ ही अध्ययन के लिए कई व्यवस्थाएं करनी पड़ती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब घर से आकर भी परीक्षा दे सकतें है। साथ ही आने वाले प्रतियोगियों को इस परीक्षा का नया स्कोप नजरिया खुलेगा। केंद्र को सतत बनाएं रखना चाहिए।
परीक्षा नियंत्रण के लिए गठित टीम ने भी किया दायित्वों का पूर्णरूपी निर्वहन
मप्र लोक सेवा आयोग की इस मुख्य परीक्षा के आयोजन के लिए महाविद्यालय में आयोग के निर्देशानुसार सभी व्यवस्थायें की गई। इसके लिए केन्द्र में परीक्षा नियंत्रण के लिए एक टीम का भी गठन किया गया था। जिसमें डॉ. योगेश विजयवार, सहायक केन्द्राध्यक्ष डॉ. एमएस मरकाम, केन्द्र प्रबंधक एवं डॉ. प्रतिमा बिसेन, अतिरिक्त वीक्षक के रूप में कार्य किया। वीक्षकीय कार्य महाविद्यालय के सह प्राध्यापक/सहायक प्राध्यापक के द्वारा किया गया। 6 दिनों तक चली लोक सेवा की मुख्य परीक्षा बिना किसी रुकावट व परेशानी के शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न हुई। जिसमें महाविद्यालय के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों का सक्रिय योगदान रहा।