अतुल्य भारत चेतना
आशा रावत
देहरादून। सुभारती अस्पताल गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय, देहरादून, उत्तराखण्ड एवं जायड्स मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दाहोद, गुजरात के जैव रसायन तथा मेडिसन विभागों के संयुक्त तत्वधान से स्व-निर्देशित शिक्षा और एकीकृत शिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ० हिमांशु ऐरन रहे। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय आर्युविज्ञान आयोग के मानकों के अन्तर्गत आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया गया।




छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना कर मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया। जिसके पश्चात् जायड्स मेडिकल कॉलेज एवं गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय के एम०बी०बी०एस० छात्र-छात्राओं की टीम द्वारा गुर्दे के कार्यों के आणविक तंत्र, गुर्दे विकार और गुर्दे की कार्यप्रणाली का परीक्षण के विषय पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। एम०बी०बी०एस० छात्रों द्वारा बताया गया आपके गुर्दे के कई महत्वपूर्ण कार्य हैं, वे आपके रक्त से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट को साफ करते हैं। आम अपशिष्ट उत्पादों में नाइट्रोजन अपशिष्ट (यूरिया), मांसपेशियों का अपशिष्ट (क्रिएटिनिन) और यूरिक एसिड शामिल हैं। ये आपके शरीर को इन पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं। कार्यक्रम में जायड्स मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के जैव रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष-आचार्य डॉ० कैलाश गंडेकर तथा सह-आचार्या डॉ० ज्योति कुलकर्णी और गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय की जैव रसायन विभाग की विभागाध्यक्षा आचार्या डॉ० अनुराधा भरोसे तथा अन्य फैकल्टी डॉ० विनिता कालरा, डॉ० रितेश श्रीवास्तव, डॉ० चारू बाला अस्थाना, डॉ० अभिनव मनीष इत्यादि का योगदान रहा। गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डीन डॉ० देश दीपक एवं उप-प्राचार्य डॉ० रूपा हंसपाल द्वारा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में डॉ० जयराज हंसपाल, डॉ० सुचेत, डॉ० हरसिमरनजीत कौर, डॉ० महेश थोरानी डॉ० विवेक भरोसे, मार्केटिंग प्रमुख डॉ० प्रशान्त कुमार भटनागर एवं सभी विभागों के शिक्षकगण उपस्थित रहे।