गौरी-गौरा और माँ दुर्गा की प्रतिमा का हुआ विसर्जन
अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर/बिलासपुर। धार्मिक नगरी में बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य, अन्याय पर न्याय के विजय का पर्व दशहरा नगर में बड़े हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाया गया। नगर का प्रमुख दशहरा उत्सव रावण दहन शनिचरी बाजार मैदान में सदियों से किया जाता रहा है। यह मैदान पिछले वर्ष से व्यक्तिगत हाथों में चला गया है, इस कारण से जगह के नाम से थोड़ा व्यवधान नजर आया। कुछ लोग भविष्य में रावण दहन महामाया हेलीपैड के मैदान में करने की सलाह देते नजर आए। वस्तूस्थिति को देखते हुए नगर वासियों को इस ओर कदम उठाने की आवश्यकता है।

रावण दहन के पूर्व करैहापारा मोहल्ले में गौरी-गौरा का विसर्जन उत्साह के साथ किया गया। बता दें कि गौरी-गौरा पूजन छत्तीसगढ़ की प्राचीन लोक परंपरा है, जब दुर्गोत्सव की परंपरा की शुरुआत नहीं हुई थी ,उसके सैकड़ों वर्ष पूर्व से यह परंपरा चलते आ रही है। प्रतीत होता है ,कि यह परंपरा भगवान श्री राम के लंका विजय के पूर्व किये गए शिव और शक्ति की पूजा से जुड़ी हुई है। फिर दूसरे दिन माँ दुर्गा विसर्जन का कार्यक्रम बड़े ही भक्ति भाव से किया गया। मंदिर में भक्त जन माता जी का जसगीत गाते हुए, दुर्गा माता को इस वर्ष के लिए अंतिम विदाई दिये।