अतुल्य भारत चेतना
अखिल सूर्यवंशी
लिंगा/छिंदवाड़ा। परम् पूज्य संत श्री आशारामजी आश्रम लिंगा में प्रति माह अमावस्या के आसपास भंडारे का आयोजन किया जाता हैं। जिसमें आश्रम के आसपास के ग्रामों के हजारों जरूरतमंदो को राशन, वस्त्र, कम्बल, अनाज निःशुल्क भेंट किया जाता है। सन 2021 से यह सेवा शरद पूर्णिमा के दिन प्रारंभ हुई थी, आज 3 वर्ष हो गया। इस अवसर पर साध्वी रेखा बहन और साध्वी प्रतिमा बहन ने बताया, कि पूज्य बापूजी के आशीर्वाद से वर्ष भर यहां अनगिनत सेवा कार्य सम्पन्न होते है। जिसमें पौधारोपण ,स्कूलों में विद्यार्थी शिविर ,गीता जयंती प्रतियोगिता , तुलसी पूजन ,मातृपितृ पूजन दिवस ,जिला जेल में प्रतिमाह सत्संग के अलावा देश और विदेश के कोने कोने में भी सत्संग आयोजन सम्पन्न होते है । जिसमें सनातन संस्कृति के महत्व और पूज्य बापूजी के सेवा कार्यो से आम जनमानस को अवगत कराया जाता है । इस आश्रम में सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि समय-समय पर उपस्थित होते है । जिसमें मप्र शासन के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री नाना भाऊ महोड़ , क्षेत्रीय विधायक विजय चोरे ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे, जिला पंचायत सदस्य ललिता घोंघे सरपंच रूपेश कराडे एव अन्य जन प्रतिनिधि प्रमुख हैं। श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा प्रतिवर्ष दीपावली पर्व पर गरीब, आदिवासी क्षेत्रों में भंडारे का आयोजन करती हैं।





इन भंडारों की शुरुआत प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा से इसी आश्रम से होती हैं। आज भंडारे की तीसरी वर्षगांठ है, इन भंडारों से अभी तक 4 लाख से अधिक जरूरत मंद लाभांवित हो चुके है। यह सिर्फ भंडारे से लाभान्वित होने वालो कि संख्या है, अन्य दूसरी सेवाओं में लाखों जनमानस लाभांवित हुए है। आगे भी यह सेवा निरन्तर जारी रहेगी। समय-समय पर जिला सांसद विवेक ( बंटी ) साहू, जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक , नगर निगम आयुक्त और एस डी एम द्वारा पूज्य श्री के इन दैवीय सेवा कार्यो की सराहना कर पुरुस्कृत कर चुके है । इस प्रकार की सेवाएं देश भर के पूज्य बापूजी के 550 आश्रमों में अनवरत जारी है। लिंगा आश्रम द्वारा जारी इन सेवाओं में समिति, संत श्री आशाराम जी गुरुकुल और खजरी आश्रम का योगदान सराहनीय है। इन सेवा कार्यो में समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई ,खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई, गुरुकुल की संचालिका दर्शना खट्टर , सुभाष इंगले ,विलाश घोंघे ,अशोक कराडे , सुजीत सूर्यवंशी, गुड्डू चोरे, संजू कराडे ,कैलाश राउत ,गेंदराव कराडे बबलू माहोरे ,महेश चुगलानी दामोदर इंगले , अशोक मोरे ,शुभम वानखेड़े ,आशा इगले, बबीता राठौड़ , रुपाली इंगले आदि ने अपनी अपनी सेवाएं दी ।