अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
मुजफ्फरनगर। अपने नेक काम की तारीफ पाने के लिए पुलिस ने लाखों के कर्ज में डूबे अपने घर और कारोबार को छोड़कर आए भाजपा नेता राजेश संगल को और अपमानित किया। एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल खुद स्वीकार कर रहे हैं कि भाजपा नेता संगल डिप्रेशन का शिकार हैं। ऐसे में क्या पुलिस ने उन्हें मीडिया के कैमरों के सामने लाकर उनके तनाव को कम करने की बजाय और नहीं बढ़ाया? यही वजह रही कि मीडिया से रूबरू होते ही संगल फूट-फूटकर रो पड़े। जिले के इतिहास में पुलिस ने पहली बार अपने ही कारणों से लापता हुए व्यक्ति को मीडिया के सामने घुमाने की नई पहल की है। बुढ़ाना के व्यापारी और भाजपा नेता राजेश संगल मंगलवार को अचानक गायब हो गए थे। शुक्रवार सुबह पुलिस ने उन्हें अयोध्या से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस अधिकारी संगल की बरामदगी को छिपाते रहे, लेकिन राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने राजेश संगल की सकुशल बरामदगी की खुशखबरी देकर परिजनों और उनके शुभचिंतकों की धड़कनें शांत कर दीं। वाहवाही बटोरने के लिए पुलिस ने शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे बरामद हुए भाजपा नेता राजेश संगल की मीडिया के सामने परेड कराई। एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया कि व्यापारी नेता राजेश संगल लाखों के कर्ज के चलते मानसिक तनाव में घर से निकले थे। जाते समय वे अपना मोबाइल, जूते और बाइक छोड़ गए थे। बुढ़ाना पुलिस और एसओजी की कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों से व्यापारी और भाजपा नेता राजेश संगल को सकुशल बरामद कर लिया गया। साथ ही घर से निकलने का कारण भी स्पष्ट था। संगल के परिचितों ने बताया कि व्यापारी को मीडिया के सामने पेश कर पुलिस ने उनकी प्रतिष्ठा धूमिल की है। उसने कोई इतना बड़ा अपराध नहीं किया है कि उसे अपमानित किया जाए। उसे मीडिया के सामने लाकर उसका तनाव बढ़ाया गया है। यही कारण रहा कि मीडिया कक्ष से बाहर आते ही उसकी आंखें भर आईं। गौरतलब हो कि जिले में हर माह करीब 50 लोगों के लापता होने की सूचना मिलती है। बरामद होने पर थाना स्तर पर शव परिजनों को सौंप दिया जाता है, लेकिन पहली बार पुलिस ने भाजपा नेता राजेश संगल को मीडिया के सामने पेश कर नई पहल शुरू की है। उसे बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि संगल बुढ़ाना से कांधला, कांधला से मुजफ्फरनगर और मुजफ्फरनगर से हरिद्वार गया था। हरिद्वार से वह अयोध्या गया था। भाजपा नेता राजेश संगल के लापता होने के मामले में यह पहले ही स्पष्ट हो चुका था कि वह अपनी मर्जी से गया था। बरामदगी के साथ ही घर से निकलने की वजह भी साफ हो गई। संगल के परिचितों ने बताया कि व्यापारी को मीडिया के सामने पेश कर पुलिस ने उनकी साख धूमिल की है। उसने इतना बड़ा अपराध नहीं किया है कि उसे अपमानित किया जाए। मीडिया के सामने लाकर उसका तनाव और बढ़ा दिया गया है। यही वजह रही कि मीडिया कक्ष से बाहर निकलते ही उसकी आंखें भर आईं। गौर हो कि जिले में हर माह करीब 50 लोगों के लापता होने की सूचना मिलती है। बरामद होने पर थाना स्तर पर व्यक्ति को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाता है, लेकिन पहली बार पुलिस ने भाजपा नेता राजेश संगल को मीडिया के सामने पेश कर नई पहल शुरू की है।