अतुल्य भारत चेतना
फरमान अली
रामपुर। भारतीय मानव अधिकार परिषद के सभी पदाधिकारी गांधी समाधि पहुंचकर महात्मा गांधी जी की जयंती पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इस मौके परदेश उपाध्यक्ष ने कहा की सत्य, अहिंसा एवं प्रेम का संदेश देता ‘बापू’ का जीवन समरस समाज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करता है रामपुर से गांधी जी का रिश्ता बहुत गहरा था जिसका सबूत रामपुर मे उनकी समाधि है जहां उनकी अस्थियां विराजमान है उन्होने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा महात्मा गांधी जी की स्वतंत्रता आंदोलन में जबरदस्त जान फूंकी।भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी कि भूमिका ने भारतीय समाज और राष्ट्रीयता को नए सिरे से गढ़ने में मदद की। उनकी अहिंसक नीतियों और नैतिक आधारों ने और अधिक लोगों को आंदोलन से जोड़ा। भारतीय मानव अधिकार परिषद के जिला अध्यक्ष अब्दुल रहमान खान ने कहा कि सभी धर्मों को एकसमान मानने, सभी भाषाओं का सम्मान करने, पुरुषों और महिलाओं को बराबर का दर्जा देने और दलितों-गैर दलितों के बीच की युगों से चली आ रही खाई को पाटने पर जोर दिया 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। उन्हीं के विचारों के सम्मान में 2 अक्टूबर को हर साल अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है। इस अवसर पर परदेश प्रदेश उपाध्यक्ष रफी उल्लाह खान, जिला अध्यक्ष अब्दुल रहमान खान, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष शाह आलम खान, नगर अध्यक्ष फैसल पठान, आदि मोजूद रहे।