अतुल्य भारत चेतना
राजेश पटेल
वाराणसी। बुधवार, दिनांक 15 सितंबर 2024 को दोपहर 01 बजे जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान, वाराणसी के तत्वावधान में संस्थान के आदिवासी लोक कवि बाबू कन्हैया लाल गोंड सभागार में आदिवासी छात्र-छात्राओं के साथ संवाद ‘‘राष्ट्रीय एकता एवं निर्माण में आदिवासियों की योगदान’’ विषयक कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय श्री फग्गन सिंह कुलस्ते सांसद एवं अध्यक्ष-एससी/एसटी कल्याण संम्बधी समिति, लोकसभा भारत सरकार ने बिरसा मुण्डा जी मूर्त्रि पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया। संवाद कार्यक्रम को सम्बोन्धित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आदिवासी समाज देश की आजादी के पहले से ही विदेशी आक्रान्ताओं एवं जमीदारों से दोहरी लड़ाई लड़ते हुए अपनी सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक परम्परा को बचाए हुए है। आदिवासी समाज सन् 1755 से जल-जंगल-जमीन की लड़ाई लड़ रहा है। राष्ट्रªीय एकता के निर्माण में आदिवासी समाज की योगदान सर्वोेंपरी है, हम सभी वतर्मान समय में आदिवासी समाज की प्राकृतिक परम्परा को अपना कर ही वतर्मान समस्याओं का समाधान कर सकते है। संवाद कार्यक्रम के अन्तगर्त माननीय सांसद जी ने जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्याें की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान प्रदेश के आदिवासी जनजाति समाज के शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृति विकास एवं संरक्षण तथा गोंडी भाषा का विकास प्रारम्भिक विकास के क्षेत्र में किये जा रहे कार्य से गोंडी भाषा का विकास प्रारम्भिक विकास तेजी से होते दिख रहा है। कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि द्वारा फड़ापेन गोगो भी किया गया तथा करम पूजा के अवसर पर आदिवासी समाज द्वारा नृत्य-गीत भी प्रस्तुत किया गया।


अतिथियों का स्वागत एवं संचालन डॉ बनवारी लाल गोंड अध्यक्ष, जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान ने किया। धन्यवाद ज्ञापन बृजभान मरावी, सदस्य, उ0 प्र0 लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान, संस्कृति विभाग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने किया। कार्यक्रम में सर्वश्री डॉ संजय गोंड, महेन्द्र प्रसाद पटेल, दिनेश कुमार प्रधान, कमलेश नरायण गोंड, प्रिया मिश्रा, रवि कुमार गौतम, बलिराम, प्रितम कुमार गोंड, मंजनी गोंड, नेहा, मधु, पवन खरवार, आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महती भूमिका निभाई साथ की सैकड़ो आदिवासी महिला/पुरूष उपस्थित रहे।