अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। जिले में जनजातीय क्षेत्रों में शासन के बनाए गए छात्रावासों में इन दिनों सुबह नाश्ते और रात के भोजन की नई व्यवस्था की गई है। इसमें हॉस्टल इंचार्ज मौजूदगी जरूरी है। या फिर इंचार्ज को बच्चों के साथ बैठकर भोजन अनिवार्य है। ताकि बच्चों को घर जैसा भोजन मिल सके।
कलेक्टर मृणाल मीणा ने यह व्यवस्था इसलिए बनाई थी कि जनजातीय क्षेत्रों के छात्रवासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को भोजन समय पर मेन्यू की तरह मिल सके। इसकी शुरूआत जिले के छात्रावासों से की गई है।
सहायक आयुक्त चतुर्वेदी ने इस व्यवस्था को छात्रावासों में अनिवार्य कर दिया है। इसके बाद भोजन के समय हॉस्टल वॉर्डन मौजूद होकर विद्यार्थियों को भोजन कर रहे हैं। इसकी मॉनिटरिंग एक वॉट्सऐप ग्रुप सहित अधिकारी कर रहे हैं।