

अतुल्य भारत चेतना
अखिल सूर्यवंशी
छिंदवाड़ा सहित पूरे देश से सम्मिलित हुए हजारों जिनशासन सेवक
छिंदवाड़ा। रविवार के शुभ दिन इंदौर के मध्य स्थित रविंद्र नाट्य ग्रह सभागार भवन में श्री कुंदकुंद कहान दिगंबर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट मुंबई के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्वर्ण जयंती महोत्सव विविध रंगारंग कार्यक्रमों के साथ साआनंद संपन्न हुआ। फेडरेशन के मीडिया प्रभारी दीपक राज जैन ने बताया की प्रातः काल की मंगल बेला पर साधना नगर स्थित श्री पंच बालयति जिनमंदिर में श्री जिनेन्द्र पूजन और श्री सम्मेद शिखर मंडल विधान का आयोजन किया गया। जिसके विधानाचार्य पंडित अशोक जैन उज्जैन, पंडित विराग शास्त्री जबलपुर एवं राजेश काला रहे। मंडल विधान की सम्पूर्ण विधि विधान प्रतिष्ठाचार्य रजनीभाई दोशी हिम्मतनगर के कुशल निर्देशन में किया गया। तदनंतर सभागार भवन में अहमदाबाद से पधारे मुख्य वक्ता पंडित शैलेश भाई का उद्बोधन प्राप्त हुआ पश्चात गुरुदेवश्री के सी. डी. प्रवचन के साथ महोत्सव का आगाज किया गया। धर्म ध्वजा के साथ ट्रस्ट के सभी ट्रस्टियों ने प्रचार – प्रसार का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का मंगलमय मंगलाचरण बालिकाओं द्वारा अदभुत प्रस्तुति के माध्यम से किया गया। अधिवेशन की अध्यक्षता रतलाम से आए राजकुमार अजमेरा ने की साथ ही ट्रस्ट के अध्यक्ष बसंत भाई दोशी मुंबई का विशेष उद्बोधन प्राप्त हुआ। उन्होंने ट्रस्ट के गठन एवं उद्देश्य संबंधी जानकारी जन समुदाय को प्रदान की। अधिवेशन सभा का संचालन महामंत्री महिपाल ज्ञायक बांसवाड़ा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में छिंदवाड़ा, मुंबई, दिल्ली, कलकत्ता, जबलपुर, उज्जैन, भोपाल सहित इन्दौर समाज के श्रेष्ठीजनों ने अपनी सिरकत की जिसमें समाज के अध्यक्ष नरेन्द्र वेद व समाज श्रेष्ठी हसमुख गांधी व कैलाश वेद के विशेष उदवोधन प्राप्त हुए।
कार्यक्रम में इन्दौर सहित पूरे देश से करीब 13 सौ साधर्मीजनों की उपस्थिती रही। कार्यक्रम प्रातः काल से प्रारंभ होकर सायं काल तक संचालित हुआ। द्वितीय सत्र में शास्त्री परिषद का गठन और शास्त्री परिषद द्वारा क्रमबद्ध पर्याय पर विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। सभा के दौरान बसंत भाई दोशी मुंबई द्वारा किए गए तीर्थों की सुरक्षा एवं संवर्धन हेतु महान कार्यों की अनुमोदना कर उनका अभिनंदन किया गया, सम्पूर्ण कार्यक्रम अशोक बड़जात्या के मार्गदर्शन में विजय बड़जात्या के नेतृत्व में एवं पदम पहाड़िया, सुशील काला के कुशल संयोजन से किया गया। कार्यक्रम की सफल बनाने में निर्देशक पंडित विराग शास्त्री जबलपुर, निलेश जैन सहित अन्य सदस्यों का विशेष सानिध्य प्राप्त हुआ। इनकी रही उपस्थिति
महोत्सव में जिनशासन सेवक डॉ. अशोकजी बड़जात्या, हसमुखजी गांधी, कैलाश चंद वेद, धर्मेंद्र जैन सिंकेम फार्मा, अशोक जैन अरिहंत केपिटल, कमल पाडलिया, वीनूभाई शाह मुंबई, संदीप दोशी, बांसवाडा ट्रस्ट के महामंत्री शमहीपालजी ज्ञायक, मुकेश ज्ञायक, पं. रितेश शास्त्री, भोपाल मंडल से अशोक जैन सुभाष ट्रांसपोर्ट, पं. अमित शास्त्री, ब्र. श्री हेमचंदजी हेम, कोलकाता मंडल से श्री सुशीलजी बजाज मुन्ना भैय्या, भरतभाई टिम्बडिया, बैंगलोर से चंपालाल भंडारी, दिल्ली से नरेश लुहाडिया, मंगलायतन से पं. सुधीर शास्त्री, पं. सचिन्द्र शास्त्री, पिडावा मंडल से नगेश जैन, श्राकेश प्रेमी, पुश्पेन्द्र जैन, कारंजा मंडल से आलोक शास्त्री, सागर मंडल से मनोज जैन बंगेला, उज्जैन मंडल से अनिल जैन पं. अशोक जैन, बड़नगर से पं. अनिल पाटोदी, विशाल गोधा, सनावद से जनीशभाई जैन, डॉ. रविश जैन, आदित्यजी पंचोलिया, खंडवा से नरेन्द्र जैन के साथ ही करीब 30 स्थानों से साधर्मीजनों का आगमन हुआ।