

अतुल्य भारत चेतना
सत्यम जायसवाल
कोरबा कटघोरा संस्कार भारती इकाई कटघोरा द्वारा गुरु पूर्णिमा का उत्सव राधा सागर हनुमान मंदिर प्रांगण में साय 5 बजे हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया । कार्यक्रम के मुख्य अभ्यागत के रूप में कला गुरु किताब सिंह पैकरा, विशिष्ट अतिथि गोपाल बन गोस्वामी , प्रांतीय कोश प्रमुख मानसर गुरुजी ,कार्यक्रम संयोजक शिवशंकर जायसवाल वरिष्ठ पत्रकार , आई डी सरजाल, धर्मेंद्र कश्यप मंच पर उपस्थित थे
मनचस्थ अभ्याग्तो द्वारा नटराज पूजन तथा संस्कार भारती के ध्येय गीत गायन के साथ कार्यक्रम का शुभारम किया गया ।
मंचाथ अतिथियों का तिलक रोली लगाकर स्वागत किया गया। पैकरा जी कला का प्रदर्शन करते हुए सरस्वती गायन की प्रस्तुत किया । संतोष साहू ने भी कला प्रदर्शन भी किया गया। मुख्य अभ्यागत ने कहा कि कला एक ऐसी गुण है जिसे हर कोई आसानी से उपलब्ध नहीं कर सकता ।जिसको दुनिया में कोई चोर चोरी नहीं कर सकता । गुरु का सम्मान सभी वर्गो में होता आ रहा है। गुरु को दोनों हाथों से पैर छूकर प्रणाम करना चाहिए। तभी गुरु मन से आशीर्वाद निकलता है ।आजकल के बच्चे तो ऊपर से ही घुटनों तक प्रणाम कर लेते हैं यह कलयुग का असर है। शिवशंकर जायसवाल ने भी कहा कि वेदम व्यास जी ने गुरु पूर्णिमा के दिन समस्त ग्रंथ की रचना की थी। इसीलिए आज के दिन गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है ।और आज के दिन गुरु का दर्शन करने से साल भर फल की प्राप्ति होती है। मानसर गुरुजी ,योगी सर एवम भवानी गोपाल ने भी गुरु की महत्ता पर प्रकाश डाले। कार्यक्रम में मुख्य अभ्याग्त पैकरा को डा. गोपाल गोस्वामी एवम संस्कार भारती के सभी सदस्यों द्वारा प्रशस्ति पत्र , स्मृति चिन्ह एवम उनके शिष्या कुमारी अदिति कश्यप कुमारी आयुषी साहू स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम को सफल बनाने कार्यक्रम संयोजक शिवशंकर जायसवाल , जिला उपाध्यक्ष योगी सर , सी. आर. देवांगन, संतोष साहू संगीत विधा प्रमुख, कन्हैया लाल यादव महामंत्री , देवव्रत कुर्रे साहित्य विधा प्रमुख, देव वैष्णव , राज यादव कोश प्रमुख, आशीष शर्मा जिला कोश , शिव दुबे जिला महामंत्री, संतोष श्रीवास, वैष्णव सर , विष्णु शर्मा और संयोजन समिति संस्कार भारती कटघोरा के सभी सदस्यों का योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन भवानी गोपाल द्वारा किया गया। गुरु पूर्णिमा उत्सव का समापन वंदे मातरम की गायन के साथ किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन भवानी गोपाल एवं आभार व्यक्त एस. एस. जायसवाल ने किया।