


अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कुमार पाण्डे
सिद्धार्थ नगर, डुमरियागंज। प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए, पर्यावरण शुद्ध करने के लिए पेड़- पौधे लगाना बहुत जरूरी हैl उक्त बातें स्वामी विवेकानंद शिक्षा सेवा समिति के प्रबंधक राजकुमार अग्रहरि ने डुमरियागंज विधानसभा के पथरा बाजार, खोरिया रघुवीर सिंह चौराहा, मिठवल, बजरंगी चौराहा, डुमरियागंज आदि अनेक स्थानों पर वृक्षारोपण के महत्व के बारे में लोगों को समझाते हुए पेड़ लगाने के लिए जागरुक करते हुए कहाl सन 2002 से संस्था पेड़ लगाता -लगवाता हैl और उसके बारे में प्रचार- प्रसार कर वृक्षारोपण के लिए जागरूक करता हैl वृक्षारोपण के महत्व के बारे में आगे उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे हमें छाया, फल- फूल, फर्नीचर, औषधि आदि अनेक सामग्री प्रदान करते हैंl पेड़- पौधों से हमें ऑक्सीजन की प्राप्ति होती हैl जो हमें जीवित रखने के लिए बहुत जरूरी हैl पुराण और स्मृति ग्रंथो में वृक्षारोपण करने से बहुत पुण्य मिलता है, ऐसा बताया गया हैl हमारे धर्म और संस्कृति में जो स्थान विद्या, व्रत, ब्राह्मण, ब्रह्मचर्य, गौ माता, देव, मंदिर, गंगा, गायत्री, गीता एवं रामायण आदि धर्म ग्रंथो को महत्व दिया जाता हैl वैसे ही वृक्षारोपण को भी महत्व दिया गया हैl पेड़ पौधे लगाने का महत्व हमारे पुराणों में बताया गया हैl1- विष्णु धर्मोत्तर पुराण में पेड़ पौधे लगाने से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है, बताया गया हैl 2-मनुस्मृति में कहा गया है कि पेड़ पौधे लगाने से यज्ञ जितना फल प्राप्त होता हैl 3-भविष्य पुराण में कहा गया है कि जिसको संतान नहीं हुई उस दंपति के लिए पेड़ पौधे ही पुत्र के समान होते हैंl 4-पद्म पुराण में लिखा है कि जलाशय यानी नदी, तालाब, कुआं बावड़ी के पास पीपल लगाने से सैकड़ो यज्ञ करने के बराबर फल मिलता हैl 5-वराह पुराण के अनुसार मनुष्य एक पेड़ पीपल, नीम, बरगद, दो अनार, नारंगी, पांच पेड़ आम और 10 फूल के पेड़ लगाता हैl वह नरक में नहीं जाताl6- मत्स्य पुराण के अनुसार 10 कुआं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ियों के बराबर एक तालाब, 10 तालाबों के बराबर एक पुत्र और 10 पुत्रों के समान एक पेड़ होता हैl7- शिव पुराण में लिखा है कि जो वीरान एवं दुर्गम स्थानों पर पेड़ लगाते हैंl ऐसे लोग अपनी पिछली और आने वाली पीढियां को तार देते हैंl सुरक्षित भविष्य के लिए वृक्षारोपण अवश्य करेंl इस अवसर पर अनुराग पाठक, गंगा पाठक, अश्वनी चौबे, धर्मेंद्र गौतम, श्रवण चौधरी, बजरंग जायसवाल, राजकुमार मोदनवाल, मुरली चौहान, गिरींद्र सिंह, राकेश दुबे आदि अनेक लोगों से वृक्षारोपण के लिए चर्चा कर संपर्क किया।