अतुल्य भारत चेतना
सत्येन्द्र राजपूत
महोबा। आल्हा ऊदल की नगरी वीर भूमि ज़िला महोबा बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश के समीप के गांव मामना पोस्ट- सलारपुर तहसील महोबा के रेडियो श्रोता सोहन सिंह राजपूत जी बताते है कि, आकाशवाणी यह शब्द सुनकर हमारे तन में एक ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है।आकाशवाणी आज से लेकर अनेक वर्ष पूर्व से होती चली आ रही है आज के समय से लगभग 20 वर्ष पहले रेडियो का दौर था कि ग्रामीण क्षेत्र से लगाकर शहरी क्षेत्र में हर घर में एक रेडियो होता था और लोग रेडियो पर प्रसारित सभी कार्यक्रम सुना करते थे रेडियो एक ऐसा माध्यम है जो की किसी भी कार्य को करते समय विघ्न उत्पन्न ना करते हुए ज्ञान,शिक्षा, मनोरंजन बांटता है।

आकाशवाणी से और रेडियो की दुनिया से जुड़े हुए मुझे लगभग 18 वर्ष हो चुके हैं। 2006 से लेकर आज तक बराबर मैं आकाशवाणी से जुड़ा हुआ हूं और सभी कार्यक्रम निरंतर रूप से सुनता आ रहा हूं।आकाशवाणी और रेडियो ने हमें ज्ञान मनोरंजन और शिक्षा के साथ-साथ बहुत सारे अनगिनत मित्र भी दिए और रेडियो से हमने बहुत कुछ सीखा भी है रेडियो के कार्यक्रमों को सुनकर हम लाभप्रद होते हैं। रेडियो हमारा बहुत ही खास और पुराना मित्र है आकाशवाणी से प्रसारित रेडियो के माध्यम से सुने जाने वाले सभी कार्यक्रम हम बड़े ही लगन और एकाग्रता के साथ बड़े ही चाव से सुनते हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण भी आकाशवाणी के माध्यम से रेडियो पर प्रसारित किया जाता है मन की बात कार्यक्रम को सुनकर हम सभी श्रोता उनके बताए हुए मार्ग और उनकी बताई हुई बातों पर अमल करते हैं। आकाशवाणी से अनेक कार्यक्रम हर वर्ग के श्रोता के लिए प्रसारित किए जाते हैं जैसे बच्चों के कार्यक्रम के लिए बाल मेला कार्यक्रम,युवाओं के लिए युववाणी कार्यक्रम,महिलाओं के लिए महिला सभा,बुजुर्गों के लिए और किसानों के लिए खेती किसानी जैसे लाभप्रद ज्ञान मनोरंजन से परिपूर्ण कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं जिनको सुनकर हम सभी श्रोता बड़े ही लाभांवित होते हैं मनोरंजन के नजरिए से देखा जाए तो अनेक कार्यक्रम आकाशवाणी प्रसारित करता है जैसे- आकाशवाणी का बहुत ही लोकप्रिय कार्यक्रम फरमाइशी फिल्मी गीतों का कार्यक्रम हेलो फरमाइश जब आप गुनगुना उठे, मनभावन,आपकी पसंद,गीत गुंजन,और युवाओं के पत्र युवाओं की पसंद। आज के समय को देखते हुए और समय के बदलते हुए नई युवा पीढ़ी एवम लोग अपनी बुंदेली ग्रामीण संस्कृति एवं परंपराओं और सभ्यता को भूलते जा रहे है वही आकाशवाणी संस्कृति परंपराओं को संजोकर रखे हुए हैं हमारी आकाशवाणी बुंदेली बोली और संस्कृति एवं परंपरा से परिपूर्ण कार्यक्रम, वार्ताएं ,कहानी, किस्सा बुंदेली लोकगीत सुनकर मन भाव विभोर और खुशी से झूम उठता है बुंदेली भाषा को संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने वाली हम बात कर रहे हैं बुंदेलखंड की आन बान और सभी श्रोताओं की जान आकाशवाणी छतरपुर की जो सुबह 5:57 मिनट से लेकर रात्रि 11:00 बजे तक एक से बढ़कर एक सभी कार्यक्रम लाजवाब प्रसारित करता है जो की बहुत ही सुंदर और मनमोहक लगते हैं। समय के बदलते हुए और सोशल मीडिया के जमाने को देखते हुए मोबाइल के ज्यादा उपयोग किए जाने की वजह से रेडियो चलन में कम हो गया है पर श्रोताओं के दिल में आज भी अपनी वही जगह बनाए हुए हैं रेडियो और एक खास बात आकाशवाणी ने एक ऐप जारी किया है news on air app इस पर हम श्रोता कहीं भी कभी भी रेडियो के कार्यक्रम सुन सकते हैं पर जिन स्रोतों का मन आज भी रेडियो के प्रति लगा हुआ है वह श्रोता बहुत ही मन लगाकर रेडियो के कार्यक्रम आज भी सुनते हैं और जब तक आकाशवाणी रेडियो के माध्यम से कार्यक्रम प्रसारित करता रहेगा तब तक हम सभी श्रोता आकाशवाणी के कार्यक्रम निरंतर रूप से सुनते रहेंगे क्योंकि रेडियो कोई तकनीकी संदूक नहीं अपितु जीवंत व प्रगतिशील सूचना एवं मनोरंजन के खजाने का भंडार है।‘ आकाशवाणी छतरपुर ने हम सभी श्रोताओं को रिश्ता ना होते हुए भी कई ऐसे रिश्ते बना दिए जिन्हें हम अपने जीवन में कभी नहीं भूल सकते एक से बढ़कर एक भाई जैसे दोस्त दिए आकाशवाणी के सभी अधिकारीगण,उद्घोषक, कंपेयर बहुत ही मेहनत और लगन के साथ एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं सभी आकाशवाणी परिवार को बहुत-बहुत धन्यवाद।