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ठेकेदारों ने लगाया रेत का स्टॉक, नियमों की उड़ाई जा रही धज्जिया

By News Desk Jul 6, 2024
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अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी

कैराना। भले ही इस बार रेत के अवैध खनन पर अब तक रोक नहीं लगी है,कई स्थानों पर खनन ठेकेदारों ने रेत स्टॉक कर लिया है। जिसको वो मुहमांगे दामों पर बेच सके और मोटा मुनाफा कमा सके।रेत स्टॉक लगाने के लिए कुछ नियम होते है,जिनको ये रेत माफिया नजर अंदाज कर रहे है।रेत स्टॉक को तीनो और से ढकने का भी नियम है।जिसका पालन ठेकेदारों द्वारा नहीं किया जा रहा है।यह जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को भी है, अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं करने से इस रेत को बिना रायल्टी चुकाए बेचने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।खनन ठेकेदारों व डंपर चालक द्वारा द्वारा एक रवान्ना पर दो-दो तीन-तीन चक्कर लगाने का कार्य भी जोरों पर चल रहा है।जिसको ठेकेदार डब्ल्यू आर कहते हैं। जिससे सरकार को राजस्व की भारी हानि होती है।

बढ़ जाएगी मकान निर्माण की लागत
पहले 1000 स्क्वेयर फीट के मकान में 400 घनमीटर के एरिए में रेत की लागत ढाई लाख रुपए पड़ती थी। अब स्टॉक उसी 400 घनमीटर रेत के लिए 4 लाख रुपए वसूल रहे हैं, यानि 1000 स्क्वेयर फीट के मकान में रेत की लागत सीधे डेढ़ लाख रुपए बढ़ी है। रेत के रेट में बढ़ोतरी का सीधा असर आम लोगों पर पड़ा है। इस तरह लोगों को अब मकान बनाना भी महंगा हो जाएगा। इसी तरह सरकारी स्तर पर बनने वाली सीसी सड़कों की लागत भी रेत के दामों में हुई बढ़ोतरी के बाद बढ़ जाएगी। बड़ी हुई लागत से बचनेे के लिए ठेकेदार सरकारी कामों को रोकने पर भी विचार करने लगे हैं। इससे कई निर्माण कार्य बारिश के मौसम में बंद हो सकते हैं।बारिश का दौर शुरू होते ही रेत के भाव भी बढ़ गए हैं जो रेत 15 दिन पहले तक 23 से 25 हजार रुपए प्रति डंपर मिल रही थी, वही रेत अब 30 से 32 हजार रुपए में बिक रही है। आने वाले दिनों में यही रेत 40 से 45 हजार रुपए बिकने की संभावना जताई जा रही है। इसी संभावना को ध्यान में रखकर ठेकेदारों द्वारा जगह-जगह रेत का स्टॉक कर रखा है।

रेत का स्टॉक करने वाले ठेकेदारों का कहना है कि खदान से रेत निकालकर स्टॉक करने में मशीन,डंपर पर अतिरिक्त खर्च हुआ है। अब दो बार रेत उठाना पड़ेगी, इसलिए दाम बढ़े हैं। बारिश में 10 से 20 प्रतिशत रेत स्टॉक करने में बर्बाद होती है,इसका नुकसान खुद स्टाॅकर उठाते हैं।वही रेत के स्टॉक से डंपरों में ओवरलोड रेत भरकर लाया जा रहा है।जिस कारण सड़कों की हालत भी खराब हो चुकी है।खनन ठेकेदार सभी नियम,कायदे,कानून को ताक पर रखकर बेच रहे हैं रेत स्टॉक से रेत। खनन ठेकेदारों द्वारा लगाए गए रेत के स्टॉक पर कोई भी कार्य नियम,कानून के अनुसार नहीं किया गया है। बस खनन ठेकेदार मोटी रकम वसूलने में लगे हुए हैं।

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