अतुल्य भारत चेतना
अंशु श्रीवास्तव
बस्ती। गुरूवार को भारतीय किसान संघ ने गौरीशंकर चौधरी के नेतृत्व में 8 सूत्रीय फसलों को लेकर बस्ती सदर तहसील परिसर में किसान पंचायत का आयोजन किया। उप्र सदर ने किसान पंचायत में आश्वासन दिया कि वाल्टरगंज चीनी मिल पर गन्ना किसानों और श्रमिकों का भुगतान जुलाई माह में कराया जाएगा। पूर्व में लगभग 30 करोड़ का भुगतान बकाया जा चुका है। उप्र मौत की पहल पर किसान पंचायत को ध्वस्त कर दिया गया।
किसान पंचायत गन्ना मूल्य का भुगतान कराना, धान की बुवाई करने के लिए नहरों में पानी भरना, जंगली और आवारा फसलों की सुरक्षा, फसल बीमा में निजी कंपनियों को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा प्रीमियम जमा करवाना, सरकारी नलकूपों को ठीक से कराना, कृषि कार्य के लिए किसानों को मुफ्त कनेक्शन दिलाना, सहारा के पौधों का भुगतान करवाना, वर्ष या वसीयत के नाम पर धन उगाही पर रोकना, यूरिया, डीएपी पर किसी प्रकार का टैग न लगाना, कुदरहा विकास खंड क्षेत्र के लालगंज स्थित कुआं पुल पर ग्रिड लगवाने जाने आदि पर विस्तार से चर्चा की गई।

किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुए भाकियू के पूर्वांचल अध्यक्ष अनूप चौधरी, क्षैतिज गौरीशंकर चौधरी, मण्डल अध्यक्ष महेन्द्र कुमार चौधरी, बस्ती सदर तहसील अध्यक्ष रामफेर, डा. आर.पी. चौधरी, शोभाराम ठाकुर, जयराम चौधरी, रामचंद्र सिंह आदि ने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की सरकार किसान सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। जब तक आवश्यक उपयोग नहीं किए जाएंगे तब तक चरणबद्ध तरीके से किसान पंचायतें जारी रहेंगी। किसान समस्याओं का जीवनकाल पहली प्राथमिकता है। किसान पंचायत में त्रिवेणी चौधरी, दीप नारायण, विनोद कुमार चौधरी, ब्रम्हदेव चौधरी, पंचराम, रामपाल सिंह, राधेश्याम, सीताराम, राम सुरेमन, रमेश चंद्र, राम शव्द, कन्हैया प्रसाद, राजेंद्र कुमार, बगेदू, शिवसागर, रामभवन यादव, आज्ञाराम, महावीर, राम उग्रह, रविंद्र कुमार, मो. सुभावती देवी, परशुराम के साथ ही भाकियू के अनेकार्थक शब्द सम्मिलित रहे।
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