अतुल्य भारत चेतना
शिवशंकर जायसवाल
कटघोरा। जायसवाल महिला सभा की बैठक सायं 5:00 बजे डिक्सेना निवास स्थान बस स्टैंड में संपन्न हुई। बैठक में मातृ दिवस मनाया गया।
सभी माताओं को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर डॉ .शकुंतला जायसवाल समाज के जिला अध्यक्ष ने कहा कि मां ,मां होती है, मां गुरु भी होती है। जिंदगी का विश्वास भी होती है। ममता असीम होती है। मां सबकी जगह ले सकती है, मां की जगह कोई नही ले सकती है। मुक्ता जायसवाल ने कहा की मां का स्थान दुनिया में सबसे सर्वोच्च है। भगवान से भी उच्च स्थान है। मां की ममता सरल, होती है। मां अनेक बच्चो का लालन पालन कर सकती है, परंतु मां की पालन एक बच्चा भी ठीक से नही कर सकता।

बच्चों का लालन-पालन भी करती है। जब तक बच्चा भोजन नही करेगा तब तक खुद खाना नही खाती।
बैठक में प्रमुख रूप से
डा शकुंतला जायसवाल, श्रीमती ललिता डिक्सेना, श्रीमती तारा बाई, संगीता जयसवाल, पुष्पा डिक्सेना, सुनीता डिक्सेना, मुक्ता जायसवाल, सुषमा जायसवाल, बाली जायसवाल, पूनम जायसवाल, भावना जायसवाल, अर्चना जायसवाल, रंजू डिक्सेना, अनुपमा जायसवाल, प्रीति जायसवाल, स्वाति जायसवाल एवम अन्य सामाजिक महिलाए उपस्थित रही।
subscribe our YouTube channel