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Kairana News; कैराना में पाइपलाइन लीकेज से पेयजल संकट: हजारों लोग परेशान, पालिका कर्मी मरम्मत में जुटे

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अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी

कैराना। कस्बे के मुख्य मार्ग पर कलस्यान चौपाल के निकट नगरपालिका की पानी की पाइपलाइन में लीकेज के कारण मोहल्ला आलकलां, कायस्थवाड़ा, शेखबद्धा, छड़ियान, पीपलोतला, और पट्टोवाला जैसे कई क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति पिछले दो दिनों से ठप्प पड़ी है। इस कारण सैकड़ों घरों के हजारों निवासियों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। नगरपालिका कर्मचारी पाइपलाइन की मरम्मत में जुटे हैं, और जल्द ही जलापूर्ति बहाल करने का दावा किया जा रहा है।

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घटना की पृष्ठभूमि

पिछले सोमवार, 28 जुलाई 2025 की रात को, कैराना के मुख्य मार्ग पर स्थित कलस्यान चौपाल के पास नगरपालिका की पेयजल पाइपलाइन में लीकेज हो गया। यह लीकेज एक निजी दूरसंचार कंपनी के कर्मचारियों द्वारा भूमिगत वायर डालने के दौरान ड्रिलिंग मशीन से पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने के कारण हुआ। इस हादसे के बाद मोहल्ला आलकलां, कायस्थवाड़ा, शेखबद्धा, छड़ियान, पीपलोतला, और पट्टोवाला जैसे क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई। हजारों निवासियों को पानी के लिए वैकल्पिक साधनों जैसे हैंडपंप या निजी टैंकरों पर निर्भर होना पड़ रहा है, जिससे उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है।

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स्थानीय लोगों की परेशानी

पेयजल आपूर्ति के ठप्प होने से प्रभावित मोहल्लों के निवासियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवारों को पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है, और हैंडपंपों पर लंबी कतारें लग रही हैं। गर्मी और उमस के इस मौसम में पानी की कमी ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पानी की अनुपलब्धता के कारण घरेलू कार्य, जैसे खाना पकाना और सफाई, भी प्रभावित हो रहे हैं। कुछ निवासियों ने निजी टैंकरों से पानी खरीदने की बात कही, जो उनकी आर्थिक स्थिति पर अतिरिक्त बोझ डाल रहा है।

नगरपालिका की कार्रवाई

पाइपलाइन लीकेज की सूचना मिलने के बाद, बुधवार, 30 जुलाई 2025 को दोपहर के समय नगरपालिका के कर्मचारी जेसीबी मशीन के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मरम्मत कार्य शुरू किया। शाम 5 बजे तक कर्मचारी पाइपलाइन को दुरुस्त करने में जुटे रहे। नगरपालिका के जलकल लिपिक तासीम अली ने बताया कि पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है, और जल्द ही पेयजल आपूर्ति को सुचारू कर दिया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति जल्द बहाल होगी, ताकि लोगों की परेशानियों को कम किया जा सके।

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पाइपलाइन क्षति का कारण

बताया जा रहा है कि एक निजी दूरसंचार कंपनी द्वारा भूमिगत वायर डालने के लिए की गई ड्रिलिंग के दौरान लापरवाही बरती गई, जिसके परिणामस्वरूप पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि कंपनी के कर्मचारियों को पहले ही पाइपलाइन की मौजूदगी के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन इसके बावजूद ड्रिलिंग कार्य में सावधानी नहीं बरती गई। इस लापरवाही के कारण न केवल पेयजल आपूर्ति बाधित हुई, बल्कि लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा।

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व्यापक परिदृश्य और समान घटनाएं

पाइपलाइन क्षति के कारण पेयजल आपूर्ति बाधित होने की यह घटना कोई नई बात नहीं है। देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। उदाहरण के लिए, गाजियाबाद में नाले की सफाई के दौरान जेसीबी से गैस पाइपलाइन टूटने की घटना ने हजारों लोगों की जान जोखिम में डाल दी थी। इसी तरह, रायवाला में सड़क निर्माण के दौरान नालियों के क्षतिग्रस्त होने से गंदा पानी सड़कों पर फैल गया, जिससे लोगों को परेशानी हुई। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि बुनियादी ढांचा विकास कार्यों में समन्वय और सावधानी की कमी के कारण आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय लोगों की मांग

प्रभावित मोहल्लों के निवासियों ने मांग की है कि नगरपालिका और संबंधित दूरसंचार कंपनी इस मामले की गंभीरता को समझें और भविष्य में ऐसी लापरवाही को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं। कुछ निवासियों ने सुझाव दिया कि बुनियादी ढांचा कार्य शुरू करने से पहले पाइपलाइन और अन्य उपयोगिताओं के नक्शे की जांच अनिवार्य की जाए। इसके अलावा, उन्होंने मरम्मत कार्य को और तेज करने और प्रभावित क्षेत्रों में वैकल्पिक जल आपूर्ति की व्यवस्था करने की मांग की।

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कैराना में पाइपलाइन लीकेज की यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन और निजी कंपनियों के बीच समन्वय की कमी को उजागर करती है, बल्कि पेयजल जैसी बुनियादी सुविधा की महत्ता को भी रेखांकित करती है। नगरपालिका द्वारा मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन प्रभावित निवासियों की परेशानियां तब तक बनी रहेंगी, जब तक जलापूर्ति पूरी तरह बहाल नहीं हो जाती। यह घटना प्रशासन के लिए एक सबक है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर योजना और समन्वय की आवश्यकता है।

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