अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना। खादर क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर राई के ग्रामीणों ने राशन वितरण में अनियमितता के खिलाफ आवाज बुलंद की है। 30 जुलाई 2025 को दर्जनों महिला और पुरुष राशन उपभोक्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर पहुंचकर प्रदर्शन किया और एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज को शिकायती पत्र सौंपा। ग्रामीणों ने राशन डीलर पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें मशीन पर अंगूठा लगवाकर राशन न देने और धमकी देने की बात शामिल है। यह मामला स्थानीय स्तर पर राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को उजागर करता है।
प्रदर्शन और शिकायत की पृष्ठभूमि
मोहम्मदपुर राई के ग्रामीणों का कहना है कि राशन डीलर द्वारा लंबे समय से अनियमितताएं की जा रही हैं। शिकायती पत्र में बताया गया कि ग्रामीण जब राशन लेने पहुंचे, तो डीलर ने पॉश मशीन पर अंगूठा लगवाकर पर्ची तो दे दी, लेकिन राशन का वितरण नहीं किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डीलर ने राशन मांगने पर उन्हें धमकाया और कहा कि राशन तब दिया जाएगा जब उनकी मर्जी होगी। कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पिछले महीने भी डीलर ने ऐसा ही व्यवहार किया था, जिसके संबंध में 26 जुलाई 2025 को तहसील में शिकायती पत्र दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों में इब्राहिम, अहसान, फरीद, महबूब, फरजाना, हनीफ, नफीसा, मेहरबान, इस्लाम, शमशीदा, बलकीशा, और अफसाना जैसे कई लोग शामिल थे। ग्रामीणों ने एकजुट होकर एसडीएम से मांग की कि राशन डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मामले की गहन जांच हो।
ग्राम प्रधान पति का बयान
ग्राम प्रधान पति शहजाद अली ने भी इस मामले में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि राशन डीलर की शिकायत पहले भी की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने राशन वितरण में हो रही अनियमितताओं को लेकर चिंता जताई और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
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प्रशासन की प्रतिक्रिया
मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीणों ने एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज को शिकायती पत्र सौंपा। हालांकि, खबर लिखे जाने तक एसडीएम से संपर्क नहीं हो सका क्योंकि उनका सीयूजी नंबर स्विच ऑफ था। इस कारण प्रशासन की ओर से तत्काल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया। फिर भी, ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि उनकी शिकायत पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और दोषी डीलर के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।
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राशन वितरण में अनियमितताओं का व्यापक परिदृश्य
मोहम्मदपुर राई का यह मामला राशन वितरण प्रणाली में व्यापक समस्याओं को दर्शाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में भी इसी तरह की शिकायतें सामने आई हैं। उदाहरण के लिए, झारखंड के गढ़वा में पीडीएस डीलर पर अंगूठा लगवाकर राशन न देने का आरोप लगा, जहां लाभुकों ने डीलर के लाइसेंस रद्द करने की मांग की। इसी तरह, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में भी ग्रामीणों ने राशन डीलर पर चावल न देने और अंगूठा लगवाकर वितरण दिखाने का आरोप लगाया। ये मामले दर्शाते हैं कि राशन वितरण में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
ग्रामीणों की मांग और भविष्य की उम्मीद
मोहम्मदपुर राई के ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से मांग की है कि राशन डीलर के खिलाफ न केवल जांच हो, बल्कि उसे सख्त सजा भी दी जाए। उनकी मांग है कि राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाया जाए ताकि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को उनका हक समय पर मिल सके। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अगर प्रशासन ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की, तो वे आगे भी प्रदर्शन जारी रखेंगे।
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यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह राशन वितरण प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है। ग्रामीणों का गुस्सा और एकजुटता दर्शाता है कि जनता अब अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही है और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने को तैयार है।