अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद, जिला छिंदवाड़ा द्वारा 4 जुलाई 2025 को परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर जनपद पंचायत सभाकक्ष, छिंदवाड़ा में “स्वैच्छिकता पर्व” का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में समाजसेवी देवेंद्र उपासनी, जिला समन्वयक अखिलेश जैन, विकासखंड समन्वयक संजय बामने, संजीव भावरकर, अनिल बोबडे, ललिता कुशरे, दीपक गेडाम, आशीष नेमा, वंदना राकेशिया, दिलीप आठनेर, भवानी कुमरे सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन परामर्शदाता राजेश तिवारी ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन विकासखंड समन्वयक दिलीप आठनेर ने किया।
इसे भी पढ़ें : बाबा नीम करौली: कैंची धाम का बुलावा, प्रेरणादायक संदेश और चमत्कार

कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जिला समन्वयक अखिलेश जैन ने परिषद के उद्देश्यों, कार्यों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जन अभियान परिषद शासन और समाज के बीच सेतु के रूप में कार्य करता है, जिसका लक्ष्य सामाजिक विकास और स्वैच्छिकता को बढ़ावा देना है।
मुख्य अतिथि का उद्बोधन
मुख्य अतिथि सुश्री अनुसुइया उइके ने अपने संबोधन में कहा, “सकारात्मक भाव से की गई समाज सेवा ही समाज में सार्थक बदलाव ला सकती है। जन अभियान परिषद के कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से समाज के अंतिम छोर तक पहुंचकर आदर्श प्रस्तुत कर रहे हैं।” उन्होंने स्वामी विवेकानंद और परिषद के प्रणेता स्व. अनिल माधव दवे के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आज स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि भी है। हमें उनके विचारों और जन अभियान परिषद के उद्देश्यों को अपनाकर समाज के सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करना होगा।”
इसे भी पढ़ें : भारत में नॉन एल्कोहल सॉफ्ट ड्रिंक्स का बाजार विश्लेषण और व्यवसाय के अवसर

परिषद के कार्यों पर प्रकाश
जिला समन्वयक अखिलेश जैन ने परिषद की प्रमुख योजनाओं—प्रस्फुरण, नवांकुर, और मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम (सीएम सीएलडीपी)—को परिषद की मजबूत नींव बताया। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान में भी परिषद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसने आम लोगों में परिषद के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है। विकासखंड समन्वयक दीपक गेडाम ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संजय बामने ने योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के मंत्री जगदीश देवड़ा के संदेश का वाचन किया। परिषद के उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर का वीडियो संदेश और परिषद के अनुकरणीय कार्यों पर आधारित एक लघु वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया।
समाजसेवी देवेंद्र उपासनी का संबोधन
समाजसेवी देवेंद्र उपासनी ने अपने उद्बोधन में कहा, “जन अभियान परिषद ने अपने स्थापना काल से ही समाज के छोटे-छोटे तबकों और समूहों में जाकर योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य किए हैं। यह परिषद सामाजिक समरसता और सतत विकास के लिए एक प्रेरणा है।”
इसे भी पढ़ें : स्किल को बेहतर बनाने वाले रोजगार परक कोर्स और आय की संभावनाएं
स्वैच्छिकता शपथ और सम्मान समारोह
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा सभी उपस्थित लोगों को स्वैच्छिकता की शपथ दिलाई गई। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वैच्छिक संगठनों और समाज कार्य में योगदान देने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत अतिथियों को पौधे भेंटकर सम्मानित किया गया।

पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण
कार्यक्रम के अंत में पंचायत परिसर के बगीचे में पौधारोपण किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति परिषद की प्रतिबद्धता को बल मिला। यह गतिविधि “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान का हिस्सा थी, जिसे परिषद सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही है।
इसे भी पढ़ें : कम बजट में आने वाले Samsung के Smart Phones, जानिए कीमत और फीचर्स
उपस्थित गणमान्य और सहभागिता
कार्यक्रम में जिला छिंदवाड़ा के समाजसेवी, नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि, परामर्शदाता, ग्राम विकास प्रस्फुरण समितियों के सदस्य, और मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। यह आयोजन सामाजिक एकजुटता और स्वैच्छिकता के भाव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण रहा।