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रईस
रूपईडीहा/बहराइच। मंगलवार,1 जुलाई 2025 को वन महोत्सव के अवसर पर रूपईडीहा रेंज के अंतर्गत रूपईडीहा बाईपास से इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) की बायीं पटरी पर 5 हेक्टेयर क्षेत्र में ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ वृक्षारोपण जन अभियान का शुभारंभ हुआ। इस अभियान ने पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के प्रति सम्मान को जोड़कर क्षेत्र में एक सकारात्मक संनदेश फैलाया। कार्यक्रम का उद्घाटन नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर वैश्य और वरिष्ठ पत्रकार संजय वर्मा ने पीपल का पौधा लगाकर किया।
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अभियान का उद्देश्य और महत्व
‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया, पर्यावरण संरक्षण को मातृत्व के सम्मान के साथ जोड़ता है। इस अभियान का उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग से निपटने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए वृक्षारोपण को जन-आंदोलन बनाना है। रूपईडीहा में आयोजित इस कार्यक्रम ने स्थानीय समुदाय को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और हर व्यक्ति को अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करने का कार्य किया।
वृक्षारोपण और सहभागिता
कार्यक्रम में पीपल, कचनार, गुलमोहर, और जामुन जैसे फलदार और शोभाकारी पौधों का रोपण किया गया। ये पौधे न केवल पर्यावरण को हरा-भरा बनाएंगे, बल्कि क्षेत्र की जैव विविधता को भी समृद्ध करेंगे। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। क्षेत्रीय वन अधिकारी अतुल श्रीवास्तव, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विनय कुमार, वन दरोगा मो. अरशद, अनंत राम, हरिओम गौतम, विमल कुमार, और वन रक्षक ब्रह्मदेव सहित कई कर्मचारी उपस्थित रहे। स्थानीय ग्रामीणों ने भी उत्साहपूर्वक इस अभियान में भाग लिया और पौधों की सुरक्षा का संकल्प लिया।
उद्घाटन और संदेश
नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर वैश्य ने पौधरोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “पेड़ हमारी माँ और प्रकृति का प्रतीक हैं, जो हमें जीवन और सुरक्षा प्रदान करते हैं। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के माध्यम से हम अपनी माताओं को सम्मानित करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहे हैं।” वरिष्ठ पत्रकार संजय वर्मा ने कहा, “यह अभियान न केवल पर्यावरण की रक्षा करता है, बल्कि समाज में भावनात्मक जुड़ाव को भी बढ़ाता है। प्रत्येक व्यक्ति को इस जन-आंदोलन का हिस्सा बनना चाहिए।”
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सामुदायिक और पर्यावरणीय प्रभाव
रूपईडीहा में आयोजित यह वृक्षारोपण अभियान स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पौधों का रोपण मिट्टी के कटाव को रोकने, भूजल स्तर को बढ़ाने, और क्षेत्र में हरित आवरण को विस्तार देने में सहायक होगा। साथ ही, यह अभियान स्थानीय समुदाय को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने और सामूहिक जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करने में भी सफल रहा।
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भविष्य की योजनाएँ
क्षेत्रीय वन अधिकारी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि वन विभाग इस अभियान को निरंतरता देगा और रोपे गए पौधों की देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे इन पौधों को संरक्षित करें और अपने स्तर पर भी अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें। वन विभाग द्वारा भविष्य में और अधिक स्थानों पर इस तरह के आयोजन किए जाएंगे, ताकि रूपईडीहा और आसपास के क्षेत्र हरे-भरे और पर्यावरण के अनुकूल बन सकें।