अतुल्य भारत चेतना
पतित यादव
तेंदुकोना। सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तेंदुकोना के दो होनहार छात्रों ने अपनी मेहनत और लगन से प्रतिष्ठित आवासीय विद्यालयों में चयनित होकर विद्यालय और अपने परिवार का नाम रोशन किया है। भैया राकेश दीवान, पिता वासुदेव दीवान, कक्षा छठवीं का चयन एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में हुआ है, जबकि बहन गीतांजली दीवान, पिता कांता राम दीवान, का चयन प्रयास आवासीय विद्यालय के लिए हुआ है।
चयन का विवरण
राकेश दीवान और गीतांजली दीवान ने अपनी शैक्षणिक योग्यता और प्रवेश परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर यह उपलब्धि हासिल की। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय और प्रयास आवासीय विद्यालय अनुसूचित जनजाति और अन्य वर्गों के मेधावी छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और समग्र विकास के अवसर प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। इन विद्यालयों में चयन प्रक्रिया अत्यंत प्रतिस्पर्धी होती है, जिसमें लिखित परीक्षा और अन्य मापदंडों के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।

विद्यालय और समुदाय की प्रतिक्रिया
इस उपलब्धि पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य, आचार्य दीदी, और समिति सदस्यों ने दोनों छात्रों को हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा, “राकेश और गीतांजली ने अपनी मेहनत और समर्पण से न केवल अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है, बल्कि हमारे विद्यालय की शैक्षणिक परंपरा को भी गौरवान्वित किया है। यह उपलब्धि अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।”
छात्रों का योगदान और प्रेरणा
राकेश और गीतांजली के चयन ने तेंदुकोना के स्थानीय समुदाय में खुशी की लहर दौड़ा दी है। उनके इस कदम ने यह साबित किया है कि कठिन परिश्रम और सही मार्गदर्शन से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। दोनों छात्रों ने अपने शिक्षकों और माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके समर्थन और मार्गदर्शन ने उनकी इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भविष्य की शुभकामनाएं
विद्यालय परिवार और समुदाय ने राकेश और गीतांजली को उनके नए शैक्षणिक सफर के लिए शुभकामनाएं दीं। यह उम्मीद की जाती है कि वे अपने नए स्कूलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे और भविष्य में समाज के लिए प्रेरणा बनेंगे।