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Wed. Jul 30th, 2025

Vidisha news; कलेक्टर ने की विकसित कृषि संकल्प अभियान की समीक्षा: 135 ग्रामों में 15 दिवस तक चले शिविर

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अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी

विदिशा। विदिशा जिले में कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने आज विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत संपन्न हुए कार्यों की गहन समीक्षा की। यह समीक्षा कलेक्ट्रेट के बेतवा सभा कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में 12 मई से 12 जून तक चले अभियान की प्रगति पर चर्चा हुई, जिसमें जिले के 135 ग्रामों में 15 दिनों तक लगातार शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में 12,360 किसानों ने भाग लिया और कृषि से संबंधित नवीन जानकारियां प्राप्त कीं।

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अभियान का उद्देश्य और कलेक्टर के निर्देश

कलेक्टर गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं को समझें और खेती में अपनाए जा रहे नवाचारों की जानकारी लें। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचे। इसके साथ ही, छोटे कृषकों को स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने और उन्हें 20,000 से 50,000 रुपये तक के छोटे ऋण उपलब्ध कराने पर जोर दिया, ताकि वे अपना रोजगार स्थापित कर सकें। कलेक्टर ने अधिकारियों से अभियान के दौरान लाभान्वित किसानों की सूची और योजनाओं के लिए प्राप्त आवेदनों की जानकारी प्रस्तुत करने को भी कहा।

शिविरों में हुई प्रमुख गतिविधियां

शिविरों में निम्नलिखित गतिविधियां आयोजित की गईं:

  • मृदा नमूना एकत्रीकरण और मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण
  • नरवाई प्रबंधन हेतु शपथ गृहण कार्यक्रम
  • ड्रोन का प्रदर्शन
  • जे फार्म पोर्टल और सुपर सीडर हेतु किसानों का पंजीयन
  • प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जन-धन खाता, जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना और फसल बीमा योजना का प्रचार-प्रसार
  • बी-1 का वाचन
  • इफको द्वारा नैनो डीएपी एवं यूरिया का प्रचार

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किसानों को दी गई जानकारियां

कृषकों को निम्नलिखित विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई:

फसल व किस्म में बदलाव, मृदा परीक्षण और मृदा स्वास्थ्य कार्ड, नरवाई प्रबंधन, प्राकृतिक व जैविक खेती, खरीफ फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक, रेड बैड पद्धति से बुवाई और धान की सीधी बुवाई तकनीक, एकीकृत कीट रोग प्रबंधन और ड्रोन तकनीक, मोटा अनाज उत्पादन तकनीक, पशुपालन, टीकाकरण, बकरी पालन, मुर्गी पालन और मछली पालन

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विभागों का योगदान

अभियान में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, उपज मण्डी, इफको, बिजली विभाग, राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग, कॉपरेटिव बैंक फसल बीमा अधिकारी और अन्य विभागों ने सक्रिय योगदान दिया। इन विभागों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि, कृषि सिंचाई योजना, मत्स्य संपदा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पशु क्रेडिट कार्ड और राष्ट्रीय पशु धन एवं डेयरी विकास योजना जैसी योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाई।

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समापन

बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री ओपी सनोडिया सहित कृषि एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। यह समीक्षा अभियान के प्रभाव को मापने और भविष्य की योजनाओं को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जिससे जिले के किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

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