अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। वार्ड क्रमांक 48, पोआमा में 30 मई 2025, शुक्रवार को कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ और कांग्रेस सेवादल की संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के निर्देशानुसार, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ, गुरुचरण खरे के मार्गदर्शन में संपन्न हुई। बैठक में कांग्रेस अनुसूचित जाति (एस.सी.) प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष संतोषी गजभिये विशेष रूप से उपस्थित रहीं। इस अवसर पर आदिवासियों की समस्याओं और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, साथ ही जिला स्तर पर बड़े आंदोलन की योजना बनाई गई।
बैठक का उद्देश्य और चर्चा
बैठक में निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर गहन चर्चा हुई:

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- आदिवासियों की जमीनों पर भू-माफियाओं का कब्जा:
- भू-माफियाओं द्वारा आदिवासियों की जमीनों को फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से हड़पने की समस्या पर रोक लगाने की रणनीति बनाई गई।
- यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि आदिवासियों के भूमि अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- अवैध शराब की बिक्री:
- क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए प्रभावी उपायों पर विचार-विमर्श किया गया।
- इस समस्या के सामाजिक और आर्थिक प्रभावों पर चर्चा हुई, विशेष रूप से आदिवासी समुदाय पर इसके दुष्प्रभावों पर।
- आदिवासियों पर अत्याचार:
- आदिवासी समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठी।
- सामाजिक न्याय और समानता सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
आंदोलन की योजना
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उक्त मुद्दों को लेकर जिला स्तर पर एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस आंदोलन का उद्देश्य आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करना, भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करना, और अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाना होगा।

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उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
बैठक में संतोषी गजभिये, कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष, ने सक्रिय भागीदारी निभाई। उनके साथ अन्य प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल थे:
- राकेश मरकाम, सचिव, आदिवासी विकास परिषद संगठन
- मुन्ना धुर्वे, महिला बाल विकास संयोजक
- रेणु तिवारी, महिला नेत्री
- मुकेश बघेल
- जयपाल शाह, युवनाती
- शांता आहाके
- गजेन्द्र इंदौरकर, कांग्रेस सेवादल
- कमलेश सातपुते, नगर सचिव
- पूर्णीता डेहरिया, शहर अध्यक्ष
- नेहा आम्रवंशी
- प्रतिमा ब्रम्हे
- हेमराज यादव
- सरिता धुर्वे
- नंदनी उइके
- विनीता परतेती
इन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आदिवासी समुदाय की समस्याओं को उजागर करने और उनके समाधान के लिए एकजुट प्रयास करने का संकल्प लिया।
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नेतृत्व और मार्गदर्शन
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के निर्देशों को आधार बनाया गया। गुरुचरण खरे, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ, ने अपने मार्गदर्शन से बैठक को दिशा प्रदान की। संतोषी गजभिये की उपस्थिति ने अनुसूचित जाति और आदिवासी प्रकोष्ठों के बीच समन्वय और एकजुटता को और मजबूत किया।
सामाजिक और राजनीतिक महत्व
यह बैठक छिंदवाड़ा में कांग्रेस की सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आदिवासियों और अनुसूचित जातियों के मुद्दों पर एक मंच पर चर्चा और संयुक्त कार्रवाई का निर्णय सामाजिक एकता और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आयोजन न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी कांग्रेस की सामाजिक समरसता की नीति को मजबूत करता है।
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छिंदवाड़ा के पोआमा में आयोजित कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ और सेवादल की संयुक्त बैठक ने आदिवासी समुदाय की समस्याओं को सामने लाने और उनके समाधान के लिए ठोस रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संतोषी गजभिये की उपस्थिति ने इस बैठक को और भी प्रभावी बनाया, जो अनुसूचित जाति और आदिवासी समुदायों के बीच एकता का प्रतीक बनी। आगामी जिला स्तरीय आंदोलन भू-माफियाओं, अवैध शराब बिक्री, और आदिवासियों पर अत्याचार के खिलाफ एक मजबूत कदम होगा। यह आयोजन कांग्रेस के सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के संकल्प को दर्शाता है, जो छिंदवाड़ा के सामाजिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ेगा।