अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। उमरिया इशरा, सिवनी रोड, छिंदवाड़ा स्थित हजरत गुलजार बाबा गुलाम अली शाह रहमत उल्लाह अलैह की दरगाह पर उर्स का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर देश में अमन-शांति और आतंकी हमलों में शहीद सैनिकों एवं नागरिकों के लिए विशेष दुआ की गई। कुरानख्वानी, चादर पेश, कव्वाली, और लंगर जैसे कार्यक्रमों ने इस आयोजन को आध्यात्मिक और सामुदायिक एकता का प्रतीक बनाया।
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उर्स के कार्यक्रम
उर्स का आयोजन विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ। दिन की शुरुआत दोपहर में कुरानख्वानी के साथ हुई, जिसमें पवित्र कुरान की तिलावत की गई। शाम को निशान पेश किया गया, जो दरगाह की परंपराओं का अभिन्न हिस्सा है। रात 8 बजे अजमेर शरीफ से लाई गई पवित्र चादर को संदल के साथ पेश किया गया। इस दौरान देश में शांति, समृद्धि, और आतंकी हमलों में शहीद हुए सैनिकों एवं नागरिकों के लिए विशेष दुआएं मांगी गईं।

रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक झांसी, उत्तर प्रदेश से आए प्रसिद्ध कव्वाल सईद फरीद निजामी ने अपनी मधुर और आध्यात्मिक कव्वालियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही, लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें सभी समुदायों के लोगों ने एक साथ भोजन ग्रहण किया। सुबह 6 बजे कुल शरीफ के साथ उर्स का समापन हुआ।
सामुदायिक सहयोग
कार्यक्रम के संयोजक जितेंद्र अलबेला, यूसुफ भाई, और जावेद भाई ने बताया कि उमरिया इशरा के समस्त निवासियों ने इस आयोजन को सफल बनाने में तन, मन, और धन से सहयोग दिया। समुदाय की एकजुटता और उत्साह ने इस उर्स को और भी विशेष बना दिया। आयोजकों ने सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह आयोजन सामाजिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है।
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आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व
हजरत गुलजार बाबा का उर्स न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह छिंदवाड़ा में सामुदायिक एकता और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने वाला अवसर भी है। आतंकी हमलों में शहीद हुए सैनिकों और नागरिकों के लिए दुआ मांगना इस आयोजन की राष्ट्रीय भावना को दर्शाता है। लंगर और कव्वाली जैसे कार्यक्रमों ने विभिन्न समुदायों को एक मंच पर लाकर आपसी भाईचारे को और मजबूत किया।
आयोजकों का संदेश
संयोजक जितेंद्र अलबेला ने कहा, “हजरत गुलजार बाबा का उर्स हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का हिस्सा है। इस वर्ष शहीदों के लिए दुआ और देश की शांति के लिए प्रार्थना ने इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। हम सभी के सहयोग के लिए आभारी हैं।” उन्होंने भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों को और भव्य रूप से आयोजित करने का संकल्प व्यक्त किया।
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हजरत गुलजार बाबा के उर्स का आयोजन छिंदवाड़ा में आध्यात्मिकता, सामुदायिक एकता, और राष्ट्रीय भावना का शानदार प्रदर्शन रहा। शहीदों के लिए दुआ, कव्वाली की मधुर प्रस्तुति, और लंगर के आयोजन ने इस कार्यक्रम को सभी के लिए यादगार बना दिया। उमरिया इशरा की जनता के सहयोग और आयोजकों की मेहनत ने इस उर्स को सफल और प्रभावशाली बनाया। यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि देश के प्रति सम्मान और सामाजिक सद्भाव का भी संदेश देता है।