अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। जिले में फसल अवशेष (नरवाई) नहीं जलाने के लिए चैतरफा प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे है जिसमें व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ-साथ ग्राम स्तरों पर चैपालो व कार्यशालाओं का आयोजन कर नरवाई जलाने से होने वाले दूषित प्रभाव व मृदा उपज की क्षमताएं प्रभावित होती है।
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अतः नरवाई नहीं जलाएं के व्यापक प्रबंधों का क्रियान्वयन शासकीय विभागो के साथ-साथ किसानो, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिको व ग्रामीणजनों के संयुक्त समन्वय से क्रियान्वित किया जा रहा है। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने स्वंय नरवाई को जैविक खादो में परिवर्तित करने हेतु रोटावेटर चलाकर नरवाई नहीं जलाने का संदेश दिया। कलेक्टर गुप्ता ने विदिशा तहसील के ग्राम वन में प्रगतिशील कृषक के खेत में पहुंचकर गेंहू की फसल की कटाई के उपरांत खेतों में खडी नरवाई को देखा और खेतो में आग नहीं लगाने का संदेश किसानो से संवाद के दौरान दिया है।
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अंशुल गुप्ता ने ट्रेक्टर में सवार खेत में ट्रेक्टर चलाया और पीछे लगे रोटावेटर से नरवाई को हटाने का कार्य तकनीकी रूप से किया है। प्रगतिशील कृषक सुजीत देवलिया भी ट्रेक्टर में सवार हुए। इस दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा नरवाई मिट्टी में मिलने से होने वाले फायदे को रेखांकित किया।