Pakistan Mein Train Hijack: Balochistan Mein Jaffar Express Par Hamla Aur Bandhak Sankat
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परिचय
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हाल ही में एक गंभीर घटना घटी, जब बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाइजैक कर लिया। यह ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा जा रही थी और इसमें लगभग 500 यात्री सवार थे। इस हमले ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था और बलूचिस्तान में चल रहे विद्रोह को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।
घटना का विवरण
7 मार्च 2025 को जाफर एक्सप्रेस जब क्वेटा से रवाना हुई, तो किसी को अंदाजा नहीं था कि यह यात्रा इतनी भयावह हो जाएगी। बलूचिस्तान के कच्छी जिले के माच टाउन के आब-ए-गम इलाके के पास विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला किया। उन्होंने पहले पटरियों पर विस्फोट किया, जिससे ट्रेन पटरी से उतर गई, और फिर सुरंग संख्या 8 में ट्रेन को रोक दिया। हमलावरों ने ट्रेन पर गोलीबारी की, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई।
बंधक स्थिति और विद्रोहियों की मांगें
हमले के बाद, विद्रोहियों ने लगभग 182 यात्रियों को बंधक बना लिया। BLA ने दावा किया कि उनके कब्जे में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के सदस्य भी हैं, जो छुट्टियों पर पंजाब जा रहे थे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे बंधकों को मार देंगे। BLA की प्रमुख मांग थी कि उनके गिरफ्तार सदस्यों को रिहा किया जाए।
सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया और बचाव अभियान
घटना की सूचना मिलते ही पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और बचाव अभियान शुरू किया। हेलीकॉप्टरों की सहायता से ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें अब तक 27 विद्रोहियों को मार गिराया गया और 150 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, विद्रोहियों ने आत्मघाती हमलावरों के जरिए बंधकों और सुरक्षा बलों को धमकी दी, जिससे बचाव अभियान और भी चुनौतीपूर्ण हो गया।
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का परिचय
BLA एक प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन है, जो बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत है। वे पाकिस्तान सरकार पर बलूचिस्तान के संसाधनों का शोषण करने का आरोप लगाते हैं, जबकि स्थानीय जनता को उसका लाभ नहीं मिलता। BLA ने पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिनमें चीनी नागरिकों और परियोजनाओं को निशाना बनाया गया है।
बलूचिस्तान में विद्रोह और असंतोष के कारण
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, जो खनिज संसाधनों से समृद्ध है। इसके बावजूद, यहां की जनता गरीबी, बेरोजगारी और विकास की कमी से जूझ रही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि उनके संसाधनों का उपयोग पाकिस्तान के अन्य हिस्सों के विकास के लिए किया जा रहा है, जबकि बलूचिस्तान उपेक्षित है। यह असंतोष लंबे समय से विद्रोह का कारण बना हुआ है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती
बंधक बनाए गए यात्रियों में से कुछ ने रिहा होने के बाद अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि हमले के दौरान चारों ओर फायरिंग हो रही थी, रॉकेट लॉन्चर की आवाजें आ रही थीं, और विद्रोही यात्रियों को धमका रहे थे। एक यात्री ने कहा, “हमने सोचा कि हम नहीं बच पाएंगे, लेकिन अल्लाह ने बचा लिया।”
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी निंदा हुई है। चीन, जिसका बलूचिस्तान में कई आर्थिक हित हैं, ने इस हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में समर्थन की पेशकश की।
निष्कर्ष
जाफर एक्सप्रेस पर हुआ यह हमला पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चुनौती है। यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है, बल्कि बलूचिस्तान में चल रहे असंतोष और विद्रोह की गंभीरता को भी दर्शाती है। पाकिस्तान सरकार के लिए यह आवश्यक है कि वह बलूचिस्तान के मुद्दों का समाधान खोजे और वहां की जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।