किसी ने पर्स, हैंड बैग तो किसी ने कार श्रृंगार की शॉप में लगाया मन
कटंगी के अमन और वारासिवनी के लोकेश की आर्थिक प्रगति में योजनाओँ की रही भूमिका
अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। केंद्र और राज्य शासन द्वारा अनेकों स्वरोजगार योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ लेकर जिले के युवा न सिर्फ परिवारों की आर्थिक प्रगति कर रहे है। बल्कि युवा अपने सपने भी पूरे कर रहे है। शासन के नगरीय विकास विभाग द्वारा स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पीएम स्वनिधि, स्ट्रीट वेंडर और व्यक्तिगत ऋण के माध्यम से अवसर प्रदान किये गए है। कटंगी नपरि के अमन शर्मा और वारासिवनी नपा के लोकेश कसारे उन युवाओं में से है। जिन्होंने योजनाओँ के माध्यम से अपने परिवार की आमदनी की जुगाड़ के साथ ही अपने सपने भी पूरे करने का काम किया है। कटंगी के अमन को लेदर बैग की शॉप और लोकेश ने कार श्रृंगार सेंटर के द्वारा अपनी रोजीरोटी के साथ ही अच्छी कमाई का जरिया बनाया है। अमन को स्वरोजगार ऋण के द्वारा 1 लाख रुपये और लोकेश को 1 लाख 80 हजार रुपये का स्वरोजगार ऋण मिला। इसके बाद दोनों ने अपने विचार और हुनर से सामान खरीदने के साथ नवाचार करते हुए उपभोक्ताओं की पसंद का ख्याल करते हुए अपना व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया। शासन की एक वर्ष की उपलब्धि पर अमन और लोकेश की कहानी।
अच्छी सामग्री ललचाती है उपभोक्ताओं को
30 वर्षीय कक्षा 12 वी पास अमन शर्मा ने बताया कि उनके पिता एक पान की दुकान चलाया करते थे और वे मजदूरी की तौर पर चुना बेचने का काम करते थे। पिता की मृत्यु के बाद वे उसी दुकान में बैग का व्यवसाय प्रारम्भ किया। शुरुआत में ठीक ही काम रहा। लेकिन कुछ कमी लगती रहीं, मगर पर्याप्त रुपये नही होने से अपनी महत्वकांक्षा को दबाए रहें। परंतु इसी वर्ष जुलाई में उन्हें नगर परिषद द्वारा उन्हें स्वरोजगार योजना के माध्यम से 1 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया। इसके बाद अमन ने नवाचार करते हुए लेदर, स्कूल,लंच, ट्रॉली बैग के साथ ही अलग अलग वैरायटी के पर्स खरीद कर लाएं। इसमें उन्होंने लुभावने पर्स लाना शुरू किया। बस व्यापार चलने लगा तो रेडीमेड कपड़े और फिर आसपास मंदिर होने से पूजन सामग्री भी रखने लगे। पूजन सामग्री में मूर्तियों की वेशभुषाये भी शामिल की। इसके अलावा अमन ने राखी, होली और दीपावली जैसे हर त्योहार, पर्व व तीज के लिए सामग्री रखते है। आज वे 30 हजार से अधिक राशि हर माह कमाई कर रहे है।




लोकेश को कार श्रृंगार में भविष्य संवारा
वारासिवनी के 22 वर्षीय लोकेश अपने व्यापार के साथ ही पढ़ाई पर भी ध्यान दे रहे है। साथ ही वे अपने कार श्रृंगार सेंटर से 4 से 5 हजार रुपये की प्रतिदिन की कमाई कर रहे है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस कार्य को पूरे शौक के साथ कर रहे है। उन्हें जब नगर पालिका द्वारा 1 लाख 80 हजार रुपये का स्वरोजगार मिला तो कार श्रृंगार के लिए सामान खरीदा। वही पिता श्यामलाल कसार को पीएम स्वनिधि योजना में 50 हजार रुपये का ऋण मिला तो उन्होंने रेडियम और मूर्ति के कार्य को बढ़ाया।
दो नगरीय निकायों में 3611 जरूरतमंदों को मिला पीएम स्वनिधि का लाभ
नगरीय निकायों में कार्यरत ऐसे युवक युवती या व्यावसायी जो अपने व्यापार को बढ़ाना चाहते है। उन्हें पीएम स्वनिधि योजना के माध्यम से 10, 20 और 50 हजार रुपये का बिना ब्याज पर ऋण प्रदान किया जाता है। कटंगी नपरि द्वारा इस एक वर्ष में अबतक प्रथम चरण या 10 हजार रुपये के ऋण से 1415 को 20 हजार रुपये से 439 और 50 हजार रुपये से 73 नागरिको को लाभान्वित किया गया है। वारासिवनी नगर पालिका में 10 हजार रुपये से 1223 को, 20 हजार रुपये से 397 और 50 हजार रुपये के ऋण से 64 नागरिको को लाभ दिया गया है।