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लेखपाल मनीष कश्यप अपहरण व हत्याकांड की सीबीआई जाँच की माँग

By News Desk Dec 21, 2024
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उत्तर-प्रदेश लेखपाल संघ के स्थानीय पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्रीय ज्ञापन-पत्र सीडीओ को सौंपा

प्रदेश भर में लेखपालों पर हो रहे जानलेवा हमलों पर अंकुश लगाए जाने व आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग

अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी

कैराना। उत्तर-प्रदेश लेखपाल संघ के स्थानीय पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्रीय ज्ञापन-पत्र तहसील मुख्यालय पर आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे सीडीओ शामली विनय कुमार तिवारी को सौंपकर बरेली में लेखपाल मनीष कश्यप अपहरण व हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। ज्ञापन-पत्र में प्रदेशभर में लेखपालों के ऊपर होने वाले जानलेवा हमलों पर अंकुश लगाए जाने तथा आरोपियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करने की भी मांग की गई है।
शनिवार को उत्तर-प्रदेश लेखपाल संघ के स्थानीय पदाधिकारी संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजित पंवार व सह-सचिव शुभम सरोहा के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक 11 सूत्रीय ज्ञापन-पत्र सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी शामली विनय कुमार तिवारी को सौंपा। बताया कि जनपद बरेली में एंटी भू-माफिया अभियान के अंतर्गत सरकारी भूमि अतिक्रमण जांच कार्य चल रहा है। उच्चाधिकारियों द्वारा भू-माफिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने हेतु लेखपालों को निर्देशित किया गया है। इस दौरान लेखपाल मनीष कश्यप के क्षेत्र में गंगा नदी की जमीन पर अवैध कब्जे का प्रकरण संज्ञान में आता है, जिसे लेकर लेखपाल का कब्जाधारी ग्राम प्रधान से विवाद भी होता है। इसी बीच लेखपाल का सम्बंधित हल्के से स्थानांतरण कर दिया जाता है। 27 नवंबर को लेखपाल संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो जाता है, जिसकी सूचना स्थानीय लेखपाल संघ के पदाधिकारियों एवं परिजनों द्वारा पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को दी जाती है, लेकिन मामले में कोई गम्भीरता नही दिखाई जाती है। परिजनों द्वारा हंगामा-प्रदर्शन करने पर पुलिस लेखपाल की तलाश शुरू करती है। सर्च अभियान के दौरान 15 दिसंबर को पुलिस द्वारा एक नर कंकाल बरामद करके हत्या के रूप में घटना का खुलासा किया जाता है। फिरौती के लिए हत्या किया जाना घटना की वजह बताई जा रही है, जोकि संदेहास्पद है। क्योंकि फिरौती के लिए परिजनों से कोई डिमांड नही की गई। ज्ञापन-पत्र में लेखपाल मनीष कश्यप के अपहरण व हत्या की सीबीआई अथवा सीआईडी जांच कराने, बरामद नर कंकाल की डीएनए जांच कराकर हत्या की स्थिति स्पष्ट किये जाने, मृतक की माता व पत्नी को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने, लेखपालों पर प्रदेशभर में होने वाले जानलेवा हमलों पर अंकुश लगाए जाने तथा हमलवारों पर गम्भीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत करके कठोर कार्यवाही अमल में लाए जाने आदि की मांग की गई है।

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