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बच्चों के शारीरिक विकास में रूकावट है एनीमिया

By News Desk Dec 17, 2024
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एनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत छात्रों को किया गया जागरूक

अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे

बालाघाट। एनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत 04 दिसंबर 24 से 04 जनवरी 2025 तक आयरन डेंफिशियेंसी एनीमिया जागरूकता माह का आयोजन जारी है। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले सहित जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों द्वारा स्कूलो में जाकर छात्रों को जागरूक किया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ.मनोज पाण्डेय ने बताया कि एनीमिया एक गंभीर जनस्वास्थ्य समस्या है, जो कि विषेश रूप से महिलाओं और बच्चों में आधी सदी से एक बडी समस्या का विषय बना है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्कूल शिक्षा विभाग के समन्वय से 6 माह से 60 माह, 5-10 वर्षीय, 10 से 19 वर्षीय बालक बालिकाओं, प्रजननकालिक उम्र की महिलाओं एवं गर्भवती तथा धात्री माताओं मेें आईएफए अनुपूरण सुनिश्चित किया जाता है।

अभियान के अंतर्गत किरनापुर विकासखण्ड स्तरीय उमावि में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, तथा एनीमिया जागरूकता के अंतर्गत बताया गया कि एनीमिया के कारण, लक्षण, आयरन युक्त खाद्य पदार्थ एवं वर्श में एक बार समस्त बच्चों की हीमोग्लोबिन की जांच कराना जरूरी है। बच्चोें में खून की कमी के कारण थकान लगना, कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना एवं सांस फूलना ये आम लक्षण बच्चों में अगर दिखाई दे तो ऐसे बच्चे एनीमिक कहलाते है। इससे बच्चोें के पढाई एवं षारीरिक विकास में रूकावट आती है। जागरूकता कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य अनीता तारण,नोडल शिक्षक सुरेन्द्र कुमार ने भी छात्रों को एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

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